गाजियाबाद:मेरठ के कुख्यात बदमाश बदन सिंह बद्दो को लेकर बृहस्पतिवार को दिन भर शहर में चर्चाओं का बाजार गर्म रहा। दोपहर में शहर में चर्चा तो यह उठी कि बदन सिंह बद्दो गाजियाबाद पेशी पर आया था और फिर फरार हुआ, मगर पुलिस ने ऐसी किसी घटना से इनकार किया। वहीं दूसरी ओर पुलिस ने गाजियाबाद में बद्दो के पुराने साथियों की कुंडली खंगालनी शुरू कर दी है। मेरठ का कुख्यात अपराधी बदन सिंह बद्दो फिलहाल फर्रुखाबाद जेल में बंद है। बृहस्पतिवार को पेशी पर लाने के दौरान वह मेरठ से फरार हो गया। दोपहर गाजियाबाद में सूचना चली कि बद्दो गाजियाबाद पेशी पर आया था और यहां से ही फरार हुआ है।
सूचना आते ही पुलिस तुरंत सक्रिय हुई और उसने जांच शुरू की तो पता चला कि बद्दो की गाजियाबाद में पेशी थी ही नहीं। वह मेरठ ही पेशी पर गया था और वहां से ही फरार हुआ है। इधर बद्दो के पुलिस कस्टडी से भागने की घटना से दिन भर शहर में चर्चाओं का बाजार गर्म रहा।
एसपी सिटी श्लोक कुमार का कहना है कि पुलिस बदन सिंह बद्दो के शहर में पुराने साथियों की कुंडली खंगालने में लग गई है। कुख्यात अपराधी बदन सिंह बद्दो मेरठ से फरार हुआ है। गाजियाबाद पेशी पर नहीं आया था। शहर पुलिस पूरी तरह से सक्रिय है।
यहां पर बता दें कि एक लाख रुपये का इनामी रहा कुख्यात बदन सिंह बद्दो बृहस्पतिवार को मेरठ के होटल मुकुट महल से पुलिस गारद कस्टडी से फरार हो गया। वह गाजियाबाद कोर्ट में पेशी पर लाया गया था, लेकिन गारद की मिलीभगत से मेरठ में एक होटल में पहुंच गया जहां शराब पार्टी चली।
गारद में तैनात पुलिसकर्मियों के नशे में होने पर वह फरार हो गया। आरोपित दारोगा समेत छह पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। शराब पार्टी के दौरान दो युवतियां भी मौजूद थीं, जिन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। पुलिस की 11 टीमें बद्दो की तलाश में जुट गई हैं।मेरठ के पंजाबीपुरा निवासी बदन सिंह बद्दो हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा है। वर्तमान में वह फतेहगढ़ सेंट्रल जेल में बंद था। अधिवक्ता रविंद्र हत्याकांड में गुरुवार को बद्दो की गाजियाबाद कोर्ट में पेशी थी। पेशी के बाद उसने पुलिसकर्मियों से मिलीभगत की और दोपहर में मेरठ में दिल्ली रोड स्थित अपने परिचित के होटल मुकुट महल में पहुंच गया। पुलिसकर्मियों के शराब के नशे में होने के बाद बद्दो लघुशंका के बहाने कमरे से निकला और फरार हो गया। एडीजी मेरठ जोन प्रशांत कुमार का कहना है कि पुलिसकर्मियों की मिलीभगत से बदन सिंह कस्टडी से फरार हुआ है। फतेहगढ़ का रूट गाजियाबाद से वाया हापुड़ है। भगाने के लिए ही उसे मेरठ लाया गया। मुकदमा दर्ज कर आरोपित दारोगा देशराज त्यागी व सिपाही ओमवीर सिंह, सुनील कुमार, संतोष, राजकुमार व चालक भूपेंद्र को गिरफ्तार कर लिया गया है।
विदेश भागने की फिराक में था, वक्त और माहौल सटीक चुना
बदन सिंह बद्दो जरायम की दुनिया का कुख्यात नाम है। उसने अपने खिलाफ दर्ज हुए अधिकांश मामलों को मैनेज कर लिया था, लेकिन वर्ष 2017 में मेरठ के अधिवक्ता रविंद्र की हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा हो गई। सूत्रों की मानें तो करीब एक पखवाड़े से वह न्यायिक हिरासत से फरार होकर विदेश भागने की फिराक में था। इसके लिए वक्त और माहौल ऐसा चुना गया कि पूरी पुलिस मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री की रैली में व्यस्त थी।
90 के दशक में मेरठ के अधिवक्ता रविंद्र सिंह की हत्या के बाद बदन सिंह बद्दो सुर्खियों में आया था। उक्त केस नोएडा में ट्रांसफर हो गया था, जहां बद्दो को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई। सूत्रों के मुताबिक गुरुवार को बद्दो के कस्टडी से फरार होने की योजना काफी पहले ही तैयार कर ली गई थी। गाजियाबाद में पेशी के बाद मेरठ जाना और फिर यहां से फरार हो जाना, योजना का एक हिस्सा था।
गाजियाबाद में बढ़ाई चौकसी
पश्चिम उत्तर प्रदेश में आतंक का पर्याय रहा बदन सिंह बद्दू बृहस्पतिवार को मेरठ से फरार हो गया। शहर में दिन भर बद्दू की ही चर्चा चलती रही। बृहस्पतिवार को बद्दू के फरार होने के बाद शहर पुलिस ने उसके संपर्क में रहे साथियों की कुंडली खंगालनी शुरु कर दी है। मेरठ के कुख्यात अपराधी बदन सिंह बद्दू को साल 2017 में रविंद्र गुर्जर की हत्या के मामले में उम्र कैद की सजा सुनाई गई थी। मेरठ के बसपा नेता की हत्या के मामले में सुनवाई के लिए बृहस्पतिवार को गाजियाबाद लाया गया था। बद्दो के फरार होने की सूचना के बाद शहर पुलिस भी हरकत में आई है। पुलिस ने शहर में चौकसी बढ़ाते हुए बार्डर क्षेत्र में निगहबानी तेज कर दी है। वहीं शहर में उसके पुराने साथियों के बारे में जानकारी जुटाने में लगी है। एसएसपी, उपेंद्र कुमार अग्रवाल ने कहा कि बदन सिंह बृहस्पतिवार को गाजियाबाद को कोर्ट में पेशी पर आया था। उसके मेरठ से फरार होने की सूचना मिली है. इसके आधार पर बॉर्डर क्षेत्र में चौकसी बढ़ाई गई है, साथ ही एलआइयू भी सक्रिय है।