नई दिल्ली:पुलवामा आतंकी हमले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस हमले की पड़ोसी मुल्क को बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि आतंकी बड़ी गलती कर चुके हैं। हमने सुरक्षाबलों को खुली छूट दे दी है। पीएम ने कहा कि इस हमले का देश एकजुट होकर मुकाबला कर रहा है। देश एक साथ है। देश का एक ही स्वर है, क्योंकि लड़ाई हम जीतने के लिए लड़ रहे हैं।
शहीदों को श्रद्धांजलि, 2 मिनट का रखा मौन
पुलवामा आतंकी हमले में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए पीएम मोदी ने दो मिनट को मौन रखा। पीएम ने कहा, ‘पुलवामा हमले के बाद लोगों का खून खौल रहा है, यह मैं भली-भांति समझ रहा हूं।’ उन्होंने कहा कि हमारे सुरक्षाबलों को खुली छूट दे दी गई है। देश में बहुत आक्रोश है। आतंकवादी बहुत बड़ी गलती कर चुके हैं।’
पाक को मोदी ने लिया आड़े हाथ
पाकिस्तान को आड़े हाथ लेते हुए पीएम ने कहा कि पूरे विश्व में अलग-थलग पड़ चुका हमारा पड़ोसी मुल्क अगर यह समझता है कि जिस तरह की वह साजिश रच रहा है। उससे भारत में अस्थिरता पैदा कर पाएगा, तो वह यह ख्वाब छोड़ दे। ये कभी होनो वाला नहीं है।
हमले के साजिशकर्ताओं को नहीं छोड़ेंगे
आतंकी हमले के साजिशकर्ताओं को कड़ी चेतावनी देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आतंकवाद के इस कृत्य के पीछे की ताकतें और इसके लिए जिम्मेदार लोगों को निश्चित रूप से दंडित किया जाएगा।
भारत के साथ खड़े देशों को धन्यवाद
पीएम ने उन देशों को धन्यवाद अदा किया, जो इस घड़ी में भारत के साथ खड़े हैं। पीएम ने कहा, ‘मैं उन सभी राष्ट्रों का धन्यवाद करता हूं, जिन्होंने हमारा समर्थन किया है और इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा की है। इस हमले का कड़ा जवाब दिया जाएगा।’ गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुलवामा आतंकी हमले पर पाकिस्तान को निशाने पर लेते हुए यह बयान वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के उद्घाटन कार्यक्रम में दिया। पीएम मोदी ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से वंदे भारत एक्सप्रेस (ट्रेन-18) को हरी झंडी दिखाई। ये ट्रेन राजधानी दिल्ली से वाराणसी के बीच चलेगी।
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में गुरुवार को सीआरपीएफ के काफिले पर हुए बड़े आत्मघाती हमले में 44 जवान शहीद हो गए। जबकि कई जवान बुरी तरह से जख्मी हो गए, जिनका इलाज चल रहा है। इस हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन ने ली, जिसका सरगना आतंकी मसूद अजहर है। यह साल 2016 में हुए उरी आतंकी हमले के बाद सबसे भीषण आतंकी हमला है। गुरुवार को CRPF के 2500 से अधिक जवान 78 वाहनों के काफिले में जा रहे थे। इनमें से ज्यादातर अपनी छुट्टियां बिताने के बाद ड्यूटी पर लौट रहे थे। गुरुवार को करीब साझ़े तीन बजे घात लगातर जम्मू-कश्मीर राजमार्ग पर अवंतिपोरा इलाके में यह हमला किया गया। इस आत्मघाती हमले को आदिल अहमद डार नाम के स्थानीय आतंकी ने अंजाम दिया।
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