फर्रुखाबाद:योगी सरकार ने खुले में विचरण कर रहे अन्ना मबेशियों को अस्थाई गौशालयों में बंद कराकर उसकी देखरेख की जिम्मेदारी प्रधानों को दे रखी है| पहले तो लगभग एक महीने तक पकड़े गये मबेशियों को खिलाने के लिए प्रधानों को फूटी कौड़ी नही मिली| वही काफी हो हल्ला मचने के बाद सरकार ने नया शासनादेश जारी किया| जिसमे उन्होंने 30 रूपये प्रति मबेशी रोज के खर्च का वजट जारी किया गया| जिसको लेकर अब प्रधानों के लिए और अधिक मुसीबत बढ़ गयी है| प्रधानों का कहना है यदि पेट भर चारा दिया जाये तो प्रति मबेशी लगभग 200 रुपये प्रतिदिन का खर्च आयेगा| वही 30 रूपये में तीनकिलो भूसा तक नही आयेगा| सरकार ने जो वजट भेजा है वह प्रथक खाता खोले जाने के बाद उसमे पहली क़िस्त कुल मबेशी के हिसाब से 60 दिन के लिए खाते में आयेगी|
विकास खंड राजेपुर के कुसमापुर ग्राम प्रधान अशोक मिश्रा ने बताया कि सरकार 30 रूपये मबेशी के चारे के लिए दे रही है| इतनी कम धनराशि में गायों का पेट भरना सम्भव नही हो पायेगा| जिसको लेकर चिंता बढ़ गयी है| प्रधान राजेपुर उमेश सिंह ने बताया कि लगभग 12 से 13 रूपये किलो भूसा आ रहा है| प्रधान कब तक अपनी जेब से खिलातें रहेंगे|
बढ़पुर विकास खंड के ग्राम भाऊपुर के प्रधान सुनील कुमार ने बताया कि भूसा 12 से 13 रूपये किलो है 30 रूपये में तो बकरी का भी पेट नही भरेगा| तो गायों और गौबंशों का पेट कैसे पाल पाएंगे| सरकार को इस सम्बन्ध में बजट बढ़ाने की जरूरत है| उनके पास 53 मबेशी है| उन्हें एक महीने से अपनी जेब से खिला रहे है| उसका भी वजट नही मिला| ग्राम प्रधान विजाधरपुर ओम प्रकाश सक्सेना ने बताया कि 30 रूपये में वह क्या भूसा देंगे क्या दाना देंगे| मबेशी का पेट नही भरेगा तो जिला प्रशासन कार्यवाही की धमकी दे रहा है| इससे अच्छा यही है की यदि वजट नही बढ़ा तो वह आस्थाई गौशाला में रखे गये मबेशियों को छोड़ देंगे| यदि कोई गौवंश भूख से मर गया तो जिम्मेदारी किसकी होगी| वही विकासखंड कमालगंज के ग्राम कैटहा की प्रधान पूजा यादव ने कहा कि प्रतिदिन एक गाय को 15 किलो भूसा और कम से कम एक किलो दाना चाहिए| लेकिन सरकार के इस मजाक से प्रधान चिंतित है|
पशु पालक रखा रोड फतेहगढ़ निवासी आशाराम पाल ने बताया कि प्रति दिन बड़े मबेश के लिए 10 से 15 किलो भूसा चाहिए| 12 रूपये किलो भूसा है| जिसके हिसाब से लगभग 150 से लेकर 180 रूपये का भूसा प्रतिदिन के हिसाब से हो गया| कम से कम एक से दो किलो दाना भी होना चाहिए| दाना भी 15 से 20 किलो आ रहा है| इस हिसाब से तकरीबन 200 रूपये प्रतिदिन का खर्च चाहिए| 30 रूपये में तो किसी भी कीमत पर मबेशी का पेट नही भरेगा|
बढ़पुर प्रधान संघ के अध्यक्ष व देवरामपुर के प्रधान राजन यादव ने बताया कि 30 रूपये में प्रधानों को गायों का पेट भरने को जारी वजट से प्रधानों का शोषण होगा| इस सम्बन्ध में जल्द प्रधान संघ जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर अपनी समस्या से अवगत करेगा|
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