फर्रुखाबाद:मेला रामनगरिया में पुलिस की सह पर ग्राहकों को लुभाने के लिए सर्कस आदि जगहों पर कराये जा रहे अश्लील डांस से खफा चल रहे नागा साधुओं के एक बड़े समुदाय ने मनोरजन कर्मियों को दौड़ा-दौड़ा कर पीट दिया| साधुओ का रूद्र रूप देख मनोरजन कर्मी मौके से खिसक गये| पुलिस ने जैसे-तैसे मामले को रफा-दफा किया| वही अश्लील नृत्य बंद करा दिये गये|
बीते 7 जनवरी को जेएनआई न्यूज में मनोरंजन की आड़ में अश्लीलता,संतों में आक्रोशशीर्षक पर समाचार प्रमुखता से प्रकाशित किया था| जिसके बाद भी पुलिस एक भी दिन उधर आस्था के मेले में अश्लीलता फ़ैलाने के मामले में देखने तक नही गयी| समाचार में संतों के पनप रहे आक्रोश के विषय में भी अवगत कराया गया था| लेकिन पुलिस ने कोई कार्यवाही इस तरफ नही की| सोमबार को संतों का गुस्सा फूट गया| दर्जनों नांगा साधू अचानक मनोरंजन की तरफ आये और मनोरजन में अश्लील नृत्य कराने वाले कर्मियों पर दौड़ा-दौड़ा कर पीट दिया| संतों ने मेले में अश्लिता पर सख्त नाराजगी दिखायी| सूचना मिलने पर मेला प्रभारी द्वितीय अंगद सिंह फ़ोर्स के साथ मौके पर आ गये| उन्होंने संतों को समझाकर संत किया| संतों की कार्यवाही के दौरान मेले के मनोरंजन की तरफ बड़ी संख्या में भीड़ एकत्रित हो गयी|
जूना अखाडा के सचिव सत्यगिरी ने बताया की मनोरंजन में अश्लील नृत्य कराया जा रहा है| कई बार कहा गया लेकिन कोई कार्यवाही नही हुई| उन्होंने कहा कि जिस समय संत गये उस समय भी अश्लील नृत्य होता मिला| इसी पर संत भडक गये और उन्हें चेतावनी दी है| उन्होंने बताया की यदि अश्लील गानें बंद नही हुए तो सभी कुछ उखाड़ कर संत फेंक देंगे| उन्होंने इस पूरे मामले का मुख्य दोषी मेला व्यवस्थापक को भी बताया|
मेला प्रभारी द्वितीय अंगद सिंह ने बताया कि कुछ साधू मनोरजंन क्षेत्र में पास लेकर गये थे| उसी दौरान कुछ विवाद हो गया| मामले को शांत करा दिया गया है| अश्लील नृत्य भी साधुओं की मांग पर नही होने दिया जायेगा|