नई दिल्ली:पेट्रोल-डीजल हमारी जिंदगी पर कैसा असर डालते हैं यह तो आप सरकार और विपक्ष की राजनीति को लेकर ही अंदाजा लगा सकते हैं। कीमतों में 2 पैसे की बढ़ोतरी या घटौती भी खबर बन जाती है। ऐसे में अगर आपको यह खबर मिले कि पेट्रोल में 10 पैसे कम होने पर आपके खुश होने का कोई मतलब नहीं है, क्योंकि पेट्रोल पंप घटतौली कर रही हैं तो गुस्सा होना जायज है। सुप्रीम कोर्ट की प्रतिक्रिया भी घटतौली पर कुछ-कुछ ऐसी ही है।
पेट्रोल पंपों पर घटतौली को लेकर एक आम ग्राहक ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है। इस याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने सख्त रुख अपनाया है और केंद्र सरकार से इस बारे में जल्द से जल्द कदम उठाने को कहा है। याचिकाकर्ता ने पेट्रोल पंप पर माइक्रोचिप लगाकर हो रही धांधली को लेकर यह याचिका दायर की थी। पेट्रोल पंपों पर लोगों से पैसे तो पूरे लिए जाते हैं, लेकिन चालाकी से तेल कम दिया जाता है। इसके जरिए पेट्रोल पंप लाखों रुपये कमाते हैं। यूपी में कई पेट्रोल पंप पर चिप से तेल चोरी का खुलासा पिछले एक-दो साल में हो चुका है। यहां हम आपको बता रहे हैं पेट्रोल पंप पर धोखे से बचना हो तो हमेशा रखें इन बातों का ख्याल…
मीटर रीडिंग देखते रहेंगे तो लग जाएगा चूना
मान लें कि आप पेट्रोल पम्प पर गए और 500 रुपये का पेट्रोल डलवाया। 500 रुपये का पेट्रोल भरवाने में करीब 1 सवा मिनट का समय लगता है। आपका सारा ध्यान मीटर की रीडिंग पढ़ने में निकल जाता है और अगर इस बीच 10 सेकंड के लिए भी स्विच ऑफ होता है तो समझ लीजिए कि आपके 500 रुपये के पेट्रोल में करीब 40-90 रुपये का टांका यह शातिर लगा देते हैं।
यूं होता है आपके साथ धोखा
पेट्रोल पंप का नोजल आपकी गाड़ी के पेट्रोल/डीजल टैंक के अंदर जाता है और आप मीटर में सबसे पहले ‘0’ देखते हैं। इसके बाद आप जितने रुपये के पेट्रोल या डीजल की मांग करते हैं उतना जब तक मीटर दिखा नहीं देता, तब तक मीटर से नजर नहीं हटाते। इस बीच आपको पता ही नहीं चलता की मीटर तो चल रहा है, लेकिन आपकी गाड़ी में पेट्रोल या डीजल जा रहा है या नहीं।
गाड़ी रिजर्व में आए उससे पहले ही भरवा लें पेट्रोल
आपके लिए सबसे अच्छा सुझाव तो यही है कि आप गाड़ी रिजर्व में आने से पहले ही पेट्रोल भरवा लें। बहुत कम लोग जानते हैं कि खाली टैंक में पेट्रोल भरवाने से नुकसान होता है। ऐसा इसलिए कि आपकी गाड़ी का टैंक जितना खाली होगा उसमें उतनी ही हवा मौजूद रहेगी, ऐसी स्थिति में अगर आप पेट्रोल भरवाते हैं तो पेट्रोल की मात्रा आपको थोड़ी कम मिलेगी। ऐसे में टैंक के रिजर्व में आने तक का इंतजार नहीं करना चाहिए, बल्कि उससे थोड़ा पहले ही पेट्रोल भरवा लेना चाहिए। बेहतर यह होगा कि आप अपनी गाड़ी का आधा टैंक हमेशा भरा रखें।
डिजिटल मीटर लगे पेट्रोल पंप से ही भरवाएं फ्यूल
आपको पेट्रोल उसी पंप से भरवाना चाहिए जहां डिजिटल मीटर वाला पंप लगा हो। ऐसा इसलिए क्योंकि पुराने पेट्रोल पंप मशीनों के जरिए आपकी गाड़ी में निश्चित मात्रा से कम मात्रा आने की संभावना ज्यादा रहती है। आप इसे धोखे को आसानी से पकड़ भी नहीं सकते हैं। इसलिए अगर आपने गौर किया हो तो देश में ऐसी मशीनों को लगातार हटाया जा रहा है और उनकी जगह डिजिटल मशीनें ले रही हैं।
मीटर तेज चले तो समझ लीजिए गड़बड़ है
अगर आपने कभी गौर किया हो तो कुछ पेट्रोल पंप पर मशीनों में गड़बड़ कर धांधली की जाती है। मसलन आपने पेट्रोल ऑर्डर किया हो और आपकी तरफ से बताई गई पेट्रोल की मात्रा के लिहाज से मीटर काफी तेज चल रहा हो तो समझ लीजिएगा कुछ गड़बड़ है। ऐसे में आप पेट्रोल पंप कर्मी से मीटर की स्पीड कम करने को कह सकते हैं। अगर आप पेट्रोल पंप पर होने वाली धोखाधड़ी को समझना चाहते हैं तो एक बार नीचे दिए जा रहे वीडियो को गौर से देखें। हालांकि, वीडियो कब का है और कहां का, इसकी पुष्टि नहीं हुई है। फिर भी पेट्रोल पंप पर होने वाली धोखाधड़ी को समझने में आसानी होगी।