फर्रुखाबाद: आज सायं मन्नीगंज स्थित गोपाल नरायन राईस मिल में हुए भयंकर बिस्फोट में मिल मालिक का बेटा सुमित अग्रवाल गंभीर रूप से घायल हो गया| पुलिस ने पुत्र, नौकर सहित राईस मिल मालिक को हवालात में बंद कर दिया|
पुलिस ने शहर कोतवाली के मोहल्ला घमंडी कूंचा निवासी गोपाल नरायन अग्रवाल के विरुद्ध सुमित को लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया| गोपाल नरायन उनके बेटे शरद तथा नौकर अजय सिंह को कोतवाली के हवालात में बंद कर दिया| गोपाल नरायन की मन्नीगंज बाजार में गोदाम है जिसमे वह करीब ५० वर्षों से गंधक पोटास बिस्फोटक सामिग्री बेंचने का व्यापार करते हैं| इसी गोदाम में उन्होंने बीते वर्षों से राईस मिल लगा ली है|
आज सायं गोदाम में इतना जबरदस्त बिस्फोट हुआ कि गोदाम के गेट उखड़ गए दीवारें क्षतिग्रस्त हो गयी| अड़ोसी-पड़ोसी इतने भयभीत हो गए कि डर की बजह से काफी देर तक बाहर नहीं निकले| पड़ोस के मकानों में भी नुकशान पहुंचा| पुलिस हिरासत में शरद ने बताया कि घटना के समय मै पिता के साथ ग्राम मुरहास में था| बिस्फोट की सूचना मिलने पर कारखाने पहुंचा|
घायल भाई सुमित व नौकर अजय ने बताया कि वह लोग एल्मोनियम के पुराने तार से एल्मोनियम निकाल रहे थे तभी बिस्फोट हो गया| शरद ने बताया कि मेरे पास २,२ हजार किलो गंधक व पोटास बेंचने का लाएसेंस है| ५० वर्षों से भी पुराना धंधा है| उन्होंने बताया कि बिस्फोट की आवाज से गंगा नगर कालोनी निवासी नौकर अजय के कान की पर्दा फट गयी है|
जब शहर कोतवाली पुलिस फायर बिग्रेड को लेकर मौके पर पहुँची तो गुस्साए लोगों ने हंगामा मचाते हुए मांग की कि पूरी गोदाम को सीज किया जाए लोगों ने बिस्फोट से टूटे गेट, लेंटर व बिस्फोटक सामिग्री से भरे कमरों को दिखाया| मिल में अन्धेरा होने के कारण अफरा-तफरी मची रही| मोहल्ले वालों ने बताया कि वर्ष १९८२ में भी यहाँ भयंकर बिस्फोट से पड़ोस के छप्परों में आग लग गयी थी|