फर्रुखाबाद: मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ पीके पोरवाल ने लोहिया अस्पताल को उर्सला अस्पताल की तर्ज पर चलाने की तैयारी शुरू कर दी है| नयी व्यवस्था के तहत इमरजेंसी कक्ष में टीबी लगाकर डिस केबिल के माध्यम से डाक्टरों को मनोरंजन की सुबिधा प्रदान की जायेगी|
डॉ पोरवाल ने आज लोहिया अस्पताल के सभागार में डाक्टर से लेकर सफाई कर्मियों के साथ सामूहिक बैठक की| कर्मचारियों ने परेशानियां बताकर सुझाव भी दिए| उन्होंने कर्मचारियों से अपील की कि आप लोगों को मिलजुल कर किसी भी तरह अस्पताल को बेहतर ढंग से चलाना होगा| अस्पताल की खराब छवि को ठीक करना पड़ेगा| उन्होंने कर्मचारियों से कहा कि जरूरी नहीं कि आप लोग किसी मरीज को गाली दें बल्कि यदि मरीज को सहानुभूति के साथ उसकी परेशानी नहीं सुनेगें तो वह भी दुर्व्यवहार की श्रेणी में आता है|
उन्होंने डाक्टरों को अस्पताल की दवाईयों लिखने व लोकल परचेज बंद करने की सलाह दी| उन्होंने कहा कि अक्सर इमरजेंसी से ड्यूटी से डाक्टर व कर्मचारी गायब हो जाते हैं| अब वहां टीबी लगाकर डिस का कनेक्शन करवा दिया जाएगा| इमरजेंसी गेट से नशेड़ियों व अराजक तत्वों की रोकथाम के लिए २ सिपाहियों की ड्यूटी लगवाने व शव गृह के निकट पीड़ित परिजनों के बैठने के लिए टीनशेड बनवाने का वायदा किया| उन्होंने कर्मचारियों को सलाह दी कि अस्पताल में उत्पात मचाने वालों का डटकर विरोध करें और नशेड़ी लोगों के विरुद्ध FIR कराएं यदि किसी कर्मचारी के साथ कोई बारदात होगी तो वह उसकी पूरी मदद करेंगें|
डॉ पोरवाल ने उन सिपाहियों के नाम व वाहनों सहित शिकायत करने की सलाह दी जो अपनी बाइकों को जबरन बार्ड के अन्दर ले जाकर खड़ा करते हैं|