फर्रुखाबाद: शहर कोतवाली के घटियाघाट चौकी इंचार्ज एसके यादव की लापरवाही से जबरदस्त गोलीबाजी व पथराव की घटना हुयी है| प्रतिरोध की ज्वाला कई दिनों से सुलग रही थी| लेकिन पुलिस ने सूनी अनसुनी कर कोई कार्यवाही नहीं की|
हमले में घायल नूर हसन ने बताया कि उन्होंने काफी मेहनत व हजारों रुपये की लागत से गंगा तट की रेती में तरबूज की फसल तैयार की है| दबंगई के कारण बाबू के पक्ष के लोगों ने हमारी फसल को बर्बाद कर उस पर कब्जा कर लिया| वह लोग बीते पखवारे से धमका रहे हैं कि तुम लोग यहाँ से भाग जाओ नहीं तो फसल नहीं करने देंगें लेकिन रोजी रोटी का जरिया होने के कारण हम लोग फसल को तैयार करने में डटे हैं|
पीड़ित वृद्ध नूर हसन ने बताया कि वह बीती रात करीब ९ बजे घटना की शिकायत करने कोतवाली आया था और वहां मोजूद चौकी इंचार्ज सुरेश कुमार से शिकायत की थी लेकीन उन्होंने सुनी-अनसुनी कर दी| सीओ सिटी डीके सिसोदिया व कार्यवाहक प्रभारी निरीक्षक श्री शुक्ला ने मामले की जांच-पड़ताल की|
सीओ सिटी ने लापरवाही बरतने वाले चौकी प्रभारी को जमकर लताड़ा| सोता बहादुरपुर के प्रधान जमील खां ने बताया कि मेरी ही सूचना पर सिपाही सतीश ने अकेले रायफल से फायर किया तभी फायरिंग करने वालों के पैर उखड़ गए| यदि सिपाही मुस्तैदी न दिखाता तो २,४ लोग मारे जा सकते थे|
फायरिंग के केस में १० लोग फंसे
फर्रुखाबाद: पुलिस ने १० ग्रामीणों के विरुद्ध आईपीसी की धारा १४७,१४८,१४९, ३२३, ५०४, ५०६, ३०७ व ७ क्र्मिनल ला अमेन्मेंट के तहत रिपोर्ट दर्ज कर विवेचना चौकी प्रभारी एसके यादव को सौंप दी है|
पुलिस ने नूर हसन की ओर से हमलावर राज मिस्त्री बाबू खां, सुलतान, जरदोजी कारीगर इजहार, आलम व मुस्ताक, मोहम्म्द्दीन, जहीर, हकीम, मुकीर, छुटकन्नू को अभियुक्त बनाया है|