फर्रुखाबाद:कला एवं साहित्य की अखिल भारतीय संस्था संस्कार भारती फर्रुखाबाद द्वारा गणतन्त्र दिवस की पूर्व संध्या पर भारत माता पूजन कार्यक्रम के अन्तर्गत एक भारत श्रेष्ठ भारत यात्रा काआयोजन किया गया। यात्रा में मिजोरम, केरल, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, गुजरात, मणिपुर,नागालैण्ड,अरुणाचंल,त्रिपुरा,पंजाब,राजस्थान,आसाम,हरियाणा,हिमांचल सहित कुल 15 राज्यों की वेश-भूषा में संस्कार भारती के कला साधकों ने प्रतिभाग किया। यह यात्रा पाण्डवेश्वरनाथ से प्रारम्भ होकर चौक, नेहरु रोड, घुमना होते हुए स्वराज्य कुटीर पर वन्देमातरम् के साथ समाप्त हुई। यात्रा संयोजक प्रान्तीय महामंत्री सुरेन्द्र पाण्डेय ने बताया कि यात्रा के माध्यम से विविधता में एक साथ पूरे भारत की सांस्कृति की झलक दिखाने का प्रयास संस्कार भारती के कला साधकों ने किया है।हमारा भारत वास्तव में एक है और एक श्रेष्ठ है।इसी उद्देश्य को लेकर इस यात्रा का आयोजन किया गया है।
सचिव आकांक्षा सक्सेना ने बताया कि इस यात्रा में विभिन्न प्रान्तों को जोड़ने का प्रयास संस्कार भारती द्वारा किया गया जिससे यह भी सिद्ध होता है कोई देश के किसी भी कोने में ही क्यों न हो परन्तु राष्ट्र के लिए सबकी सोच समान है।इसलिए हमारा भारत महान है।यात्रा में सरस्वती शिशुमंदिर घोष देशभक्ति के गीतों की ध्वनि के साथ सबसेआगे था। उसके पीछे घोड़ों पर झाँसी की रानी, लक्ष्मीबाई,छत्रपति शिवाजी के बाद संस्कार भारती के कला साधक विभिन्न प्रान्तों की वेश-भूषा में नृत्य संगीत एवं पारम्परिक वाद्ययंत्रों के साथ चल रहे थे।संस्कार भारती के कला साधकों के साथ शहर के गणमान्य लोग भी पारम्परिक वेश-भूषा में बहुत ही जोश के साथ हाथों में तिरंगा झण्डा लेकर चल रहेथे।
शहर में विभिन्न जगहों पर पुष्प वर्षा के साथ यात्रा का स्वागत किया गया। शहर के माहौल में लगा कि मानों माँ भारती स्वयं अपने वीर सपूतों के साथअपरा काशी इस पांचाल प्रदेश के फर्रुखाबाद नगर की सड़कों पर चल रही हों|।यात्रा में गुजराती वेश-भूषा में डांडिया तो पंजावी में वेश-भूषा में भांगडा़ करते हुए कला साधक चल रहेथे।
अध्यक्ष डा0 रवीन्द्र यादव,कार्यकारी अध्यक्ष संजय गर्ग, उपाध्यक्ष शैलेन्द्र दुबे, कोषाध्यक्ष आदेशअवस्थी,कार्यकारी सचिव राजगौरव पाण्डेय,अखिलेश पाण्डेय, दीपक रंजन सक्सेना, पंकज पाण्डेय,आचार्य सर्वेश शुक्ला,प्रभात मिश्रा,दिलीप भारद्वाज,उपकार मणि,अभय सक्सेना, अरविन्द दीक्षित, संजय मिश्रा ‘संजू‘,डा0 रमेन्द्र शुक्ल ‘कवि‘,अजय दीक्षितआदि ने व्यवस्था देखी।