सिलवासा:पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में शनिवार को जब विपक्षी दल एक साथ सियासी मंच साझा कर रहे थे, तब पीएम मोदी दादरा एवं नगर हवेली की राजधानी सिलवासा में विरोधियों को करारा जवाब दे रहे थे। सिलवासा में एक मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास करने के बाद पीएम मोदी ने विपक्षी दलों को आड़े हाथों लिया।
पीएम ने विरोधी दलों को मानव विरोधी बताते हुए कहा कि विपक्षी गठबंधन मेरे खिलाफ नहीं, बल्कि यह देश के लोगों के खिलाफ है। मोदी ने तंज कसते हुए कहा, ‘अभी तो ये सही से इकट्ठी भी नहीं हुए हैं, लेकिन उससे पहले ही ये सीट बंटवारे को लेकर मोल-भाव में लग गए हैं। ये खुद को बचाने के लिए समर्थन मांग रहे हैं, लेकिन मुझे देश को आगे ले जाने के लिए आपका समर्थन चाहिए।’ उन्होंने आगे कहा कि हम देश के विकास के लिए काम करते हैं। परिवार के विकास की न तो हमारी नीति है और न इरादा है। यही साफ नीयत और स्पष्ट नीति इनको खटक रही है। इनको तकलीफ हो रही है। इन्हें दिक्कत है कि मोदी भ्रष्टाचार के खिलाफ इतनी कड़ी कार्रवाई क्यों कर रहा है।
… वाह, क्या सीन है!
मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘ये तानाशाही नहीं… पश्चिम बंगाल हो केरल हो डगर-डगर पर जुल्मशाही है। जिस पश्चिम बंगाल में राजनीतिक दल को उसका कार्यक्रम करने के लिए रोक लगा दी जाती है। हर प्रकार की अलोकतांत्रिक प्रक्रियाएं की जाती हो, लोकतंत्र का गला घोट दिया जाता हो, ये वहां इकट्ठा कर लोकतंत्र को बचाने का भाषण देते हैं। मुझे इतना ही कहना है जब पूरे बंगाल का चित्र देखता हूं तो मैं तो इतना ही् कहूंगा कि लोकतंत्र का गला घोंटने वाले पंचायत के चुनाव में नामांकन करने वालों को मौत के घाट उतारने वाले जब लोकतंत्र बचाने की बात करते हैं तो देश के मुंह से निकलता है, वाह क्या सीन है।’
मोदी ने कहा ‘हमारी सरकार द्वारा जितनी भी योजनाएं चलाई जा रही हैं उनके मूल में सबका साथ और सबका विकास है जबकि जिस दल ने दशकों तक देश में सरकार चलाई वो हर काम में अपनी या अपने परिवार की संभावनाएं देखता था। यही कारण है कि वहां काम से ज्यादा नाम पर जोर दिया गया।’ उन्होंने आगे कहा ‘आज दमन व दीव और दादरा और नगर हवेली, दोनों केंद्र शासित प्रदेश खुद को खुले में शौच से मुक्त घोषित कर चुके हैं। आज यहां हर घर में एलपीजी कनेक्शन है और आज यहां के सभी घरों में बिजली और पानी का कनेक्शन है। आज दादरा व नगर हवेली और दमन व दीव को आजादी के बाद अपना पहला मेडिकल कॉलेज मिला है। इस मेडिकल कॉलेज में 150 सीटें शुरु हो रही हैं। मेडिकल शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सिलवासा में पैरामेडिकल की 250 और दमन में नर्सिंग की 50 सीटों की व्यवस्था की गई है। इस प्रयास से यहां की स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।’