रेल मंत्री ममता बनर्जी ने रेल बजट पेश करते हुए लगातार आठवें वर्ष यात्री किरायों में कोई वृद्धि नहीं करने की घोषणा की.
रेल मंत्री ममता बनर्जी ने न केवल यात्री किराए स्थिर रखे बल्कि माल भाड़े में भी किसी तरह की प्रत्यक्ष वृद्धि नहीं की क्योंकि इससे महंगाई बढ़ने का ख़तरा होता है.
शुक्रवार को संसद में वर्ष 2011-12 का रेल बजट पेश करते हुए ममता बनर्जी ने एक बार फिर घोषणाओं की झड़ी लगा दी.
कुल मिलाकर पचास से ज्यादा नई रेलगाड़ियां चलाने की घोषणा की गई. तीन नए शताब्दी ट्रेन और भारत में पहली बार दो डबल डेकर रेलगाड़ी चलाने की घोषणा हुई है.
इसके अलावा राज्यरानी और कवि एक्सप्रेस के नाम से भी नई गाड़ियां चलाने का ऐलान हुआ है.
‘हम आह भी भरते हैं तो हो जाते हैं बदनाम, वो कत्ल भी करते हैं तो चर्चा नहीं होती.’ यह शेर पढकर ममता ने कहा कि रेल कर्मचारियों की छोटी से छोटी गलती खबर बन जाती है लेकिन उनके अच्छे काम की सराहना नहीं होती. रेल दुर्घटना दर पिछले साल के 0.29 प्रतिशत से घटकर इस साल रही 0.17 प्रतिशत है.
अपने बजट भाषण में ममता बनर्जी ने कहा कि लोग बेवजह रेलवे को बदनाम करते हैं. आर्थिक विकास में रेल की अहम भूमिका है. देशभर के स्टेशनों का कायाकल्प के साथ हर साल 700 किलोमीटर नई रेल लाइन बनेगी. उन्होंने वरिष्ठ नागरिकों को रियायत देते हुए आयु 60 से घटाकर 58 साल की है. विकलांगों को शताब्दी और राजधानी ट्रेनों में भी छूट मिलेगी.मान्यता प्राप्त पत्रकारों के साल में दो बार परिवार के साथ 50 फीसदी की छूट दी गई है.
बजट पेश करते समय ममता बनर्जी और लालू प्रसाद यादव में नोंक-झोंक भी हुई, जिससे बजट भाषण बाधित रहा.
उन्होंने कहा कि टिकट खरीदने के लिए स्मार्ट कार्ड बनाए जाएंगे. इंटरनेट से एसी क्लास की बुकिंग अब 20 रुपये की जगह 10 की होगी. इंटरनेट के जरिए नोनएसी क्लास के लिए टिकट की बुकिंग अब 10 रुपये की जगह 5 रुपये होगी.
गुजरात से गुडगांव तक डबल डेकर ट्रेन चलेगी. दिल्ली,गाजियाबाद को दो नई ईएमयू, मुंबई लोकल में 9 की जगह 12 डिब्बे होंगे. मुंबई के लिए 47 नई लोकल ट्रेनें चलेगीं. इलाहाबाद-मुंबई दूरंतो, पुणे-अहमदाबाद दूरंतो व सियालदाह-पुरी दुरांतो ट्रेन की घोषणा की गई है. तीन नई शताब्दी ट्रेन के साथ ही 17 गाड़ियों के फेरे बढ़ेंगे. नौ नई दुरांतो, 56 नई एक्सप्रेस ट्रेनों के ऐलान किया है. कोलकाता से 16 नई सब अर्बन ट्रेन चलेंगीं. सुपर एसी श्रेणी की शुरुआत होगी. जयपुर-आगरा शताब्दी एक्सप्रेस, हावड़ा-दरभंगा एक्सप्रेस,लुधियाना-दिल्ली नई शताब्दी एक्सप्रेस,राज्यरानी एक्सप्रेस शुरू की जाएगी. जयपुर-दिल्ली डबल डेकर ट्रेन चलेगी. लुधियाना-दिल्ली नई शताब्दी, मुंबई सेंट्रल-नई दिल्ली दुरांतो की घोषणा की गई है. मदर एक्सप्रेस, अरविंदो एक्सप्रेस, विवेकानंद एक्सप्रेस, टेक्नोलॉजी एक्सप्रेस चलेंगी.
ममता ने कहा कि 16 हजार पूर्व सैनिकों को रेलवे में नौकरी दी जाएगी. आरपीएफ की बहाली कर एक लाख 75 हजार खाली पद भरे जाएंगे. रेलवे कर्मचारियों के माता-पिती को मेडिकल सुविधा भी मिलेगी. उन्होंने कहा कि छठे वेतन आयोग के भुगतान के कारण रेलवे को वित्तीय परेशानी पेश आई है, रेलवे को 73 हज़ार करोड़ का भुगतान करना पड़ा है.
पश्चिम बंगाल समेत देश को लुभाते हुए ममता ने कहा कि रेलवे की सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता है. उन्होंने कहा कि रायबरेली रेल कोच फैक्ट्री का काम तेज होगा और रेल आधारित उद्योग खड़े किए जाएंगे. निजी क्षेत्र से पहली बार 85 प्रस्ताव मिले हैं. तीन रेलवे जोन में दुर्घटना रोकने वाली डिलावस लगाई जाएंगी.
ममता बनर्जी ने कहा कि नई लाइनों में 9583 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे, छोटी लाइन को बड़ी करने में 2470 करोड़ खर्च करेंगे.
ममता बनर्जी ने कहा कि इंफाल को रेल से जोड़ने की योजना है और महाराष्ट्र में 700 मेगावॉट का पावर प्लांट लगेगा. इसके साथ ही नंदीग्राम में रेल ओद्योगिक पार्क का निर्माण होगा. ठकुराली में गैस आधारित पावर प्लांट लगेगा.
उन्होंने रेल बजट में घोषणा की कि प्रधानमंत्री रेल विकास योजना बनाई जाएगी. 57 हजार 630 करोड़ रुपये की सूखी घर योजना के साथ सियालदाह, हावड़ा, चैन्नई में 10 हजार घर बनाने की योजना है.
ममता ने रेलवे की सुरक्षा पर जोर देते हुए कहा कि लोग रेल रोको अभियान को बंद करें. पिछले साल प्रदर्शनों और अन्य वजहों से 1500 ट्रेनें निरस्त की गयीं और 3500 पुनर्निर्धारित की गयीं. रेलवे टैक्स फ्री इन्फ्रास्ट्रक्चर बॉन्ड लाएगा. केरल में दो वेगन फैक्ट्री लगेंगी. दार्जिलिंग में सॉफ्टवेयर सेंटर और मणिपुर में डीजल लोकोमोटिव सेंटर बनाने की रेल योजना है. सिंगूर में मेट्रो कोच फैक्ट्री लगाई जाएगी.ठकुराली में गैस आधारित पावर प्लांट लगेगा.
ममता बनर्जी ने कहा कि मानव रहित रेलवे क्रासिंग खत्म होंगे. ट्रेनों में अपराध रोकने के लिए विशेष विधयेक लाया जाएगा.
इससे पहले रेल बजट को अंतिम रूप देते हुए रेल मंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को कहा था कि यह रेल बजट देश के आम आदमी को समर्पित यात्री अनुकूल बजट होगा. अंतिम समय पर किए गए प्रयास के तहत रेल मंत्री बनर्जी ने योजना आयोग से उनकी कुछ ‘प्रिय’ परियोजनाओं के लिए मंजूरी हासिल करने की कोशिश की है. हालांकि, बताया जाता है कि योजना आयोग इनमें से अधिकांश परियोजनाओं को मंजूरी देने में हिचकिचा रहा था.
गौरतलब है कि भारी नुकसान में चल रही है भारतीय रेल के लिए यह रेल बजट अहम है. रेलवे ने इस साल केंद्र से 39 हजार 600 करोड़ मांगे थे,लेकिन वित्त मंत्रालय ने 20 हजार करोड़ की ही मंजूरी दी है. बीते साल 15 हजार 875 करोड़ मांगे थे.
ममता ने 2009-10 के बजट में 122 नई ट्रेनों की घोषणा की थीं. साल 2010-11 के बजट में ममता ने 54 नई ट्रेनों की घोषणा की थी.