फर्रुखाबाद: सूबे की योगी सरकार ने आबकारी नीतियों में बड़ा फेरबदल करते हुए शराब की दुकानों के खुलने के समय में बदलाव किया था। इसमे बदलाव करने की जरूरत इसलिए पड़ी क्योंकि लोग सुबह-सुबह दफ्तरों में शराब पीकर पहुंच जाते थे। इस बारे में कई शिकायतें जानने व सुनने को मिली थी। जिस कारण सीएम योगी की अध्यक्षता में हुई कैबनेट की बैठक में शराब की दुकानों के खुलने का समय 12 बजे निर्धारित किया गया। लेकिन आबकारी नीति का किस तरह से उल्लंघन किया जाता है, इसका ताजा मामला देखने को मिला है। यहां शराब की दुकान में सुबह सात बजे से ही शराब बेची जा रही है।
शहर कोतवाली क्षेत्र के सातनपुर आलू मंडी के ठीक सामने अरविन्द कुमार के देशी शराब के ठेके पर शराब पीने के शौकीन सुबह से ही शराब लेने पंहुचने लगते है और शराब विक्रेता उनको शटर के नीचे से पैसा लेकर शराब उपलब्ध करवा रहे हैं। हैरानी तो इस बात की है कि यह शराब की दुकान आलू मंडी के सामने मुख्य मार्ग पर है बावजूद इसके अधिकारियों की नजर इस शराब की दुकान पर नहीं पड़ती। योगी सरकार ने शराब दुकानों के खुलने के समय में कटौती का फैसला किया था। पहले जहां शराब की दुकानें सुबह 11 बजे खुलती थीं, वे अब 12 बजे खुलेंगी और उनके बंद होने का समय 10 बजे निर्धारित किया गया था। नई व्यवस्था 1अप्रैल 2018 से लागू हुई थी। मगर आबकारी विभाग और पुलिस की मिलीभगत के चलते आदेशों को नजरअंदाज किया जा रहा है। नगर में ऐसे कई इलाके हैं, जहां पर सुबह 7 बजे से ही शराब की दुकानों के नीचे से शराब बेचने का काम किया जाता है।
आबकारी निरीक्षक संजय गुप्ता ने बताया कि यदि सुबह दुकान ठेका खोलकर शराब बिक्री हो रही है| तो यह आबकारी अधिनियम का उलंघन है| टीम भेजकर कार्यवाही की जायेगी|