फर्रुखाबाद:प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 दलवीर सिंह ने सरस्वती शिशु मंदिर, मदरसा जामियाँ फ़ातिमा मदीनतुल अंजुमन आदि स्कूलों का भ्रमण कर टीकाकरण की जमीनीं हकीकत को परख कर जरूरी दिशा निर्देश दिये| साथ ही कहा की आप लोग टीका लगाने से पहले बच्चों का मनोवल बढाएं और उनका चेकअप भी कर लें कि बो कहीं बीमार तो नहीं हैंए भोजन किया है या नहीं संतुष्ट होने पर ही बच्चों के टीका लगायें और टीका लगने के बाद उनको एक घंटे तक अपनी निगरानी में रखें|
साथ ही यह भी बताया कि पहले नियमित टीकाकरण में बच्चों को खसरे से बचाने के लिये खसरे की वैक्सीन दी जाती थी उसकी जगह अब खसरा एवं रूबेला वैक्सीन जो दोनों रोगों से संयुक्त रूप से बचाव करेगी को नियमित टीकाकरण में शामिल किया गया हैए इस नए टीके का डोज़ खसरे के पुराने डोज़ की ही तरह हैए इसलिये इससे आपको डरने की कोई जरुरत नहीं है यह वैक्सीन विल्कुल सुरक्षित है
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ0 अनुज त्रिपाठी ने बताया कि जनपद में 7 लाख 20 हजार 885 को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है जिसके सापेक्ष अभी तक छः दिन में 1 लाख 44 हजार 806 बच्चों को टीके लगाये जा चुके हैं | उन्होने बताया कि 95 प्रतिशत रूबेला का वायरस 15 साल तक के बच्चों के माध्यम से वायुमंडल में फ़ैलता रहता है। यह वायरस गर्भवती माता के माध्यम से गर्भ में पल रहे बच्चों पर गंभीर रूप से असर डालता है एवं इस वायरस से बच्चा अंधाए गूंगा, हृदय रोग,गुर्दे के रोग,अपंग होने के साथ गर्भ में ही उसकी मृत्यु तक हो जाती है। इस वायरस से होने वाली विभिन्न समस्याओं को कोनजीनैटल रूबेला सिंड्रोम के भी नाम से जाना जाता है।
इस टीके के मदद से इस ख़तरनाक वायरस को बच्चों के माध्यम से वायुमंडल में फैलने से रोका जा सकेगा। प्रतिवर्ष देश में लगभग 40 से 50 हजार रूबेला वायरस से संक्रमित मामलों की पुष्टि होती है। इसके अलावा रूबेला वायरस से संक्रमित महिला में अचानक गर्भपात एवं गर्भ नहीं ठहरने की भी समस्या आम तौर पर देखी जा सकती है। इस दौरान सरोजनी,राखी,मानव शर्मा,राजीव आदि स्वास्थ्य कर्मी रहे|
डीएम ने सारथी रथ को दिखाई हरी झंडी
जिलाधिकारी मोनिका रानी ने कलेक्ट्रेट स्थित अपने कार्यालय परिसर के सामने से सारथी रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया|