फर्रुखाबाद: कटरी धर्मपुर के गौसदन में बंद तकरीबन 230 गायों में से लगभग 70 गायों की मौत भूख और कुपोषण से हो गयी है| दर्द केबल इस बात का है की सियासत की इस बाढ़ में आज गौमाता को भाजपा भूल गयी| उनकी सरकारी मशीनरी केबल अपनी डियूटी करके अपने कर्तव्यों से इतिश्री कर रही है| शनिवार को दो गौवंशों की फिर अकाल मौत हो गयी| सांसद मुकेश राजपूत के फरमान पर भी पोस्टमार्टम नही हो सका| पूरे दिनअधिकारी कदमताल करते रहे| लेकिन गायों के चारे की गुणवत्ता में कोई सुधार नही हुआ| अब अधिकारी सभ्रांत नागरिकों के साथ बैठक कर कोई हल निकालने की बात कर रहे है|
शनिवार को पुन: दो गौवंशों की मौत हो गयी| सूचना पर सर्वोदय मंडल के नेता लक्ष्मण सिंह, हिन्दू जागरण मंच के प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश मिश्रा, अंकित तिवारी आदि गौसदन आ गये| लक्ष्मण सिंह ने कहा की वह मरे हुए गौवंशों को ट्रैक्टर में भरकर जिलाधिकारी कार्यालय लेकर जायेगें| उसी दौरान एसडीएम सदर अमित असेरी, सीबीओ आदि भी गौसदन आ गये| गायों को जिलाधिकारी कार्यालय ले जाने की चर्चा तेज होते ही घटना की सूचना अधिकारियों ने पुलिस को दी| सूचना मिलने पर प्रभारी निरीक्षक मऊदरवाजा वेद प्रकाश पाण्डेय फ़ोर्स के साथ मौके पर आ गये|
कुछ देर बाद एसडीएम चले गये और नगर पालिका ने गौवंशो को जमीन में दफन करने के लिये जैसे ही गौवंश को उठाया तो लक्ष्मण सिंह जेसीबी पर चढ़ गये और चालक को नीचे उतार दिया| वही गौसदन के दोनों दरवाजे बंद कर ताला लगा दिया| जब पोस्टमार्टम के लिये पशु विभाग की टीम पंहुची तो राजेश मिश्रा व लक्ष्मण सिंह ने गायों के पोस्टमार्टम के लिये लिखित अनुमति देने की बात की| जिस पर कोई अधिकारी तैयार नही हुआ| शाम को दोनों गौवंशों को दफन नही होने दिया गया| लक्ष्मण सिंह ने बताया की सर्वोदय मंडल रविवार को गौसदन में बैठक कर आगे की रणनीति बनाएगा| उन्होंने बताया की एसडीएम व प्रभारी ईओ अमित असेरी ने दस दिन के भीतर इस सम्बन्ध में बैठक कर कोई ठोस कदम उठाने का भरोसा दिया है|
जिलाधिकारी के निर्देश पर गौसदन की भूमि की हुई पैमाइश
जिलाधिकारी के कड़े निर्देश के बाद उपजिलाधिकारी अमित असेरी अन्य अधिकारीयों के साथ गौसदन पंहुचे| उन्होंने गौसदन की भूमि का निरीक्षण किया और अबैध कब्जे वाली भूमि को देखा|
एसडीएम ने दिया विवादित वयान
एसडीएम अमित असेरी ने जेएनआई व अन्य मीडिया से बात में कहा की गौसदन मेरा नही है| यह पशु धन विभाग का है| मेरी गौसदन में कोई दिलचस्पी नही है| जिला प्रशासन पर गायों की मौत के बाद भी कान पर जूं नही रेंग रही है| एसडीएम के इस वयान से सियासत गरमा गयी है|