फर्रुखाबाद: दहेज उत्पीड़न के मामले में अदालकत में अपने वयान दर्ज कराने आये आर्मोरर ने अपने दामाद के साथ मारपीट करने का प्रयास किया| सूचना मिलने पर एसपी तत्काल मौके पर आ गये| उन्होंने तत्काल आर्मोरार और उसकी कार को कब्जे में ले लिया|
कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला चूड़ी वाली गली निवासी पुलिस के बर्खास्त आर्मोरर असगर अली की पुत्री खुशबू का विवाह लगभग चार वर्ष पूर्व जनपद विधूना निवासी रहीश अहमद के साथ हुआ था| लेकिन बीचे काफी दिनों से उनकी पुत्री ने रहीश पर दहेज उत्पीडन का केस कर दिया है| उसी के लिये वयान देने रहीश फतेहगढ़ आया था| उसके एएसपी के सामने वयान होने थे| उसी दौरान रहीश का आरोप है की उसके ससुर असगर अली और दरोगा ने उन्हें पुलिस लाइन गेट पर रोंक लिया| उन्होंने उसे धमकाने का प्रयास किया तो रहीश ने एसपी संतोष मिश्रा को फोन कर दिया| सूचना मिलने पर एसपी खुद मौके पर आ गये| उन्होंने एएसपी के सामने रहीश के वयान दर्ज कराने के साथ ही असगर अली व उनकी कार को कब्जे में ले लिया| उन्होंने पुलिस से उनकी कार की तलाशी कराकर उसे हिदायत देकर छोड़ दिया|
वही खबर का प्रकाशन होने के बाद जेएनआई को फोन पर रहीश ने सम्पर्क किया| जिसमे रहीश ने बताया की वह पशु चिकित्सक है| उससे ससुर उस पर नाजायज कारतूस और हथियार सप्लाई करने का दबाब बनाते है| जिसकी शिकायत उन्होंने आलाधिकारियों से लिखित रूप से की| उसी शिकायत की जाँच में वयान दर्ज करने के लिये एएसपी त्रिभुवन सिंह ने बीते बीते 21 सितम्बर को पत्र भेजा था| जिसमे वह वयान देने आया था| लेकिन असगर अली नही चाहते थे की वयान दें| इसके लिये वह उसे रोंक रहे थे|
असगर अली का कहना है की उसकी पुत्री खुशबू का मबेशी इंजेक्शन लगाकर रहीश ने गर्भपात कराया था| जिसका मुकदमा धारा 313 में दर्ज है| इसी मामले में रहीश के खिलाफ वारंट चल रहे है| विवेचक के कहने पर मैं आरोपी रहीश की शिनाख्त कराने आया था| मुझे देखते ही उसने हंगामा शुरू कर दिया|