फर्रुखाबाद: 30 सितम्बर से प्रारम्भ होने जा रहे मानस सम्मेलन में इस बार तकरीबन एक दर्जन मानस मर्मज्ञ अपने-अपने तरीके से प्रभु श्रीराम का गुणगान करेंगे| रामकथा पांच दिन तक चलेगी|
शहर के पंडाबाग़ के निकट स्थित एक धर्मशाला में आयोजित प्रेस में कथा संयोजक डॉ० रामबाबू पाठक ने कहा कि उन्हें खेद है की मानस मंच से नौजवान दूर हो रहा है| उसे मानस से जोड़ने के लिये जल्द ही विधालयो में रामचरित मानस की प्रतियोगिता आयोजित कराये जाने के प्रयास होने चाहिए| उन्होंने बताया कि कथा 30 सितम्बर से 4 अक्टूबर तक चलेगी| जिसमे एक दर्जन मानस मर्मज्ञ हिस्सा ले रहे है| कथा मे हरदोई, जालौन, झांसी, बरेली, ग्वालियर, महाराष्ट, बिहार, कानपुर देहात सहित कई जिलो व प्रान्तों से विद्धान हिस्सा लेंगे| कथा आढतियान मिर्चीलाल फाटक में आयोजित होगी|
डॉ० रामबाबू पाठक ने कहा कि फर्रुखाबाद को रामायण कालीन पर्यटन घोषित किया जाना चाहिए| डॉ० राधेश्याम गर्ग, आलोक गौड़, ब्रजकिशोर व सुजीत कुमार पाठक आदि रहे|