बिजनौर:नगीना रोड स्थित मोहित पेट्रो केमिकल फैक्ट्री में लीकेज ठीक करते वक्त तेज धमाके साथ बॉयो गैस टैंक फट गया, जिसमें सात कर्मचारियों की मौत हो गई जबकि तीन कर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी कर्मचारी टैंक की लीकेज ठीक करने के लिए उस पर वैल्डिंग कर रहे थे तभी हादसा हुआ। धमाका इतना भीषण था कि आसपास के गांवों तक इसकी आवाज सुनी गई जबकि टैंक के गार्डर दूर तक जंगल में टुकड़ों में बिखर गए। घटना के विरोध में लोगों ने नगीना मार्ग पर जाम लगा हंगामा किया। गंभीर रूप से घायल तीन लोगों को इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लेते हुए अफसरों को बचाव कार्य तेजी से करने के निर्देश दिए हैं। उधर, फैक्ट्री मालिक ने मृतकों के परिजनों को 12-12 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है।
अचानक जबरदस्त धमाका
केमिकल फैक्ट्री में स्थित टैंक से लीक हो रही बॉयो गैस (मीथेन) को रोकने के लिए कर्मचारी टैंक पर वेल्डिंग कर रहे थे। अचानक जबरदस्त धमाका हुआ। सभी कर्मचारी टैंक की छत के साथ हवा में उड़ गए। रवि निवासी ग्राम गजरौला अचपल, लोकेंद्र निवासी ग्राम हादरपुर, कमलवीर निवासी ग्राम अलावलपुर, विक्रांत निवासी ग्राम धींवरपुरा, चेतराम निवासी ग्राम भरैकी, बालगोविंद निवासी गधेली बेगावाला की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि देर शाम अभयराम की लाश टैंक से बरामद हुई। गंभीर रूप से घायल गजेंद्र ङ्क्षसह निवासी ग्राम मौजमपुर केशो, सतपाल निवासी ग्राम अलावलपुर, प्रवेश निवासी ग्राम मौजीगोपालपुर को फैक्ट्री के कर्मचारी जिला अस्पताल ले गए, जहां परिजन भी पहुंचे।
हंगामा और जाम
डीएम अटल कुमार ने फैक्ट्री मालिक कुलदीप जैन को मौके पर बुलाया, लेकिन कोई नहीं आया। बॉयोगैस टैंक खाली कराने के नाम पर अफसर मूकदर्शक बने रहे। गुस्साए परिजनों ने बिजनौर-नगीना रोड पर जाम लगाकर हंगामा शुरू कर दिया। उन्हें समझाकर जाम खुलवाया गया। कलक्ट्रेट में फैक्ट्री प्रतिनिधियों और कर्मचारियों के परिजनों से अफसरों की मौजूदगी में मुआवजे को लेकर वार्ता हुई। सांसद भारतेंद्र सिंह समेत कई नेता मौके पर पहुंचे।