फर्रुखाबाद:आशा सम्मेलन में जिलाधिकारी व सांसद ने सराहनीय कार्य करने वाली आशा बहुओं को सम्मानित करने के साथ ही उन्हें समाज के लिये और अधिक बेहतर कार्य करने की सलाह दी गयी| जिलाधिकारी ने कहा की आशाओं का काम सरकारी सेवा नही बल्कि समाज सेवा है|
शहर के नव भारत सभा भवन में आयोजित आशा सम्मेलन में मुख्य अतिथि सांसद मुकेश राजपूत व जिलाधिकारी मोनिका रानी ने दीप जलाकर कार्यक्रम की शुरुआत की। उन्होंने आशाओं के कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि जच्चा-बच्चा और मातृत्व वंदन योजना के लिए आशा बहुएं आशा की किरण हैं। जिलाधिकारी मोनिका रानी ने कहा कि आशाओं को उनके उत्कृष्ट कार्यो के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। सभी स्वास्थ्य योजनाओं में आशाएं पूर्ण रूप से सहयोग देती हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में सभी लोगों को स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से सुविधा दी जाती है। पल्स पोलियो अभियान, टीकाकारण अभियान, स्कूलों में बच्चों का परीक्षण, मातृ वंदन योजना और अन्य स्वास्थ्य विभाग से संबंधित योजना में आशाएं दिन रात परिश्रम करती हैं। उन्होंने कहा सबसे महत्व पूर्ण पहलू यह है कि आशा के ऊपर ही ग्रामीण क्षेत्र की प्रसूता पूरी तरह से निर्भर होती है| इस लिये यह ध्यान देने का दायित्व आशा का है कि गर्भवती को किसी भी कीमत पर खून की कमी ना हो पाये| उसे पालक, बथुआ व अन्य अनाज प्रमुखता से खिलाये जाये| उन्होंने कहा वही शिशु के भी एक हजार शूरुआत के दिन बहुत महत्व पूर्ण होते है इन दिनों में बच्चा जितना स्वास्थ्य होगा उतना भविष्य में बिमारियों से बचा रहेगा| उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ का पत्र भी आशाओं को पढ़कर सुनाया| वही आशाओं का मानदेय समय पर देने के निर्देश दिये|
सांसद मुकेश राजपूत ने कहा कि आशा वर्तमान समय की दाई माँ है जिसका स्थान माँ से भी ऊंचा है| सभी आशा अपना काम ईमानदारी से करे| इसके बाद डीएम व सांसद ने कुल 21 आशाओं को सम्मानित किया गया| जिसमे नवाबगंज के तीन, मोहम्मदाबाद की तीन, राजेपुर कि तीन,बरौन की भी तीन,कायमगंज की चार, कमालगंज की दो व शमसाबाद की तीन आशाओं को सम्मानित किया गया| इस मौके पर सीएमओ डॉ० अरुण कुमार, एसीएमओ डॉ० राजवीर सिंह व विभाग के भी कई अधिकारी मौजूद थे।