फ़र्रुख़ाबाद:(राजेपुर/अमृतपुर) योगी सरकार व जिलाधिकारी मोनिका रानी के लाख प्रयास के बाद भी अफसर सुधरने का नाम नही ले रहे है| शासन के सख्त निर्देश के बाद भी बाढ़ पीड़ितों को भूखे पेट सोना पड़ रहा है| गंगा पार के कई गाँवो में अभी अफसर राहत सामिग्री लेकर तक नही पंहुचे है| जिससे ग्रामीणों में आक्रोश है|
विकास खंड राजेपुर क्षेत्र के ग्राम अलादादपुर भटौली में एक दर्जन परिवारों को राहत सामिग्री ना मिलने से रोटी के लाले है| राशन के नाम पर खानापूरी की जा रही है| तहसील अमृतपुर में बाढ़ पीड़ितों को सड़ा आलू थमा दिया गया| जिसमें लक्ष्मी देवी पत्नी रामवीर कमला देवी पत्नी बलवीर, राम श्री पत्नी जगन्नाथ, बलवीर पुत्र सियाराम ने आरोप लगाया लेखपाल मोहित गुप्ता ने मुझे आलू का पैकेट सड़ा हुआ थमा दिया जिसमें दूर से इतनी दुर्गंध आ रही थी| ग्रामीणों ने आलू का पैकेट वहीं पर छोड़ दिया और चले गये|
अलादादपुर भटौली ग्रामीणों ने आरोप लगाया लेखपाल खाना कभी-कभी ही बनवाते हैं| ग्रामीण सर्वेश,पंजाबी,विदेश,सतीश,रामरतन, इंद्रपाल,राजेश,नेकराम, महेंद्र पाल,कुलदीप,गुरुदेव,मुन्नी देवी,सीमा देवी व हंसमुखी ने आरोप लगाया कि डीएम ने कहा था कि खाना रोज बांटा जाएगा| लेकिन खाना एक दूसरे दिन मिलता है|
वह भी एक रोटी या मुठ्ठी भर चावल मिलते हैं| जिससे पेट भर खाना नहीं मिलता है| प्रधान पति ने बताया कि जितना राशन मुझे मिल जाता है उतना में 15 से 20 लोगों के लिए बनवा देते हैं| इसमें लगभग एक सैकड़ा से ज्यादा व्यक्ति रहते हैं| उन लोगों को पेट भर भोजन नहीं मिल पाता|
एक समय भोजन कर काट रहे दिन
राजेपुर: विकास खंड के ग्राम अंबरपुर में बाढ़ का पानी कहर बनकर घरों में घुसा| योगी सरकार का फरमान की बाढ़ पीड़ितों को राशन वितरित किया जाए| लेकिन अंबरपुर में एक माह से ग्रामीण एक समय खाना खाकर समय काट रहे हैं| ग्रामीण वीरेंद्र पुत्र जयराम,सत्येंद्र पुत्र सुखदेव, राम गोपाल पुत्र गंगाधर, महाराज पुत्र मनोहर, हजारी पुत्र डोरीलाल, बालक राम पुत्र गंगाराम लगभग 50 बीघा धान की फसल बाढ़ के पानी से नष्ट हो चुकी है| वही इस गाँव में दवा का वितरण ना होने से लोग बुखार, खांसी से जूझ रहे है|