फर्रुखाबाद: रक्षाबंधन के एक दिन बाद फतेहगढ़ कोतवाली के पास लगने वाले जाहरबीर गोगा जी का मेला लगता है| जिसमे इस वर्ष पिछले वर्षो के अपेक्षा काफी भीड़ नजर आयी| रिमझिम बारिस के बीच लोगों ने मेले का जमकर लुफ्त उठाया|
सुबह से ही मेले को लेकर भीड़ उमड़ी लेकिन दोपहर बाद मेले का नजारा देखने लायक था| पहले दीवार के सहारे रखे गये निशानों की विधि विधान से पूजा की गयी| निशान को विजय पताका के रुप में सजाया गया था। निशानों का पूजन सावन के पहले दिन से शुरु हो जाता है और रक्षाबंधन के बाद तक चलता है। गोगा जी महाराज के पारंपरिक मेंले में निशानों को दरीबा पश्चिम, भीकमपुरा, बहादुरगंज तराई, रकाबगंज, बजरिया, ढ़िलावन, गढ़ी कोहना, मदारबाड़ी, खटकपुरा कादरी गेट, छावनी आदि मोहल्लों से सजा-धजाकर फतेहगढ़ कोतवाली के पास लाये।इसके साथ ही कुछ अन्य जनपदों से भी लोग मेले में शामिल होने पंहुचे|आसपास के जनपदों से भी निशान लाये गये थे| सांसद मुकेश राजपूत ने मेले का झंडी दिखाकर शुभारम्भ किया| मेला कमेटी द्वारा भक्तो को पगड़ी व माला पहनकर स्वागत किया गया| लोक अधिकार मंच के जिलाध्यक्ष डॉ० अरबिंद गुप्ता ने भी जलपान की व्यवस्था की|
यहां से निशानों को विशेष तरह से सहकारी बैंक फतेहगढ़ के बाहर तक लाया गया। महावीर गोगा जी महाराज मेला कमेटी के मीडिया प्रभारी श्याम वाल्मीकि ने बताया कि जाहरवीर गोगा जी महाराज के प्रति लोगों में अटूट आस्था है। निशान उठाने में किसी तरह की त्रुटि होने पर समाज के कोतवाल की पंचायत दंड तय करती है। निशान उठाने में खास नियम और संयम बरते जाते हैं। इस दौरान कमेटी के अध्यक्ष राजीव शेखर, महामंत्री राकेश चौधरी, श्रीकृष्ण, विनोद मुस्तफा, रतन वाल्मीकि, किशन लाल व पप्पू वाल्मीकि आदि रहे|