फर्रुखाबाद:(दीपक शुक्ला) जनपद की राजनीति से जिस तरह पूर्व मंत्री स्वर्गीय ब्रह्मदत्त द्विवेदी एक चमकते हुये सितारे बने| क्योंकि स्वर्गीय ब्रह्मदत्त द्विवेदी को भारत रत्न और देश के पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी जी उन्हें अपना उतराधिकारी मानते थे| अपने राजनैतिक जीवन के शिखर पर होने के बाद भी वह अकेले आठ बार केबल स्वर्गीय ब्रह्मदत्त के घर सुख व दुःख की घड़ी में पंहुचे| जिले की धरती आज भी उस यशस्वी राजनीति के अटल को याद करती है|
फर्रुखाबाद को पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजेपयी जी अपना घर जैसा ही समझते थे| क्योंकि जिले में उनका राजनैतिक उत्तराधिकारी रहता था| वह स्वर्गीय द्विवेदी को अपने पुत्र से कम किसी मायने में नही समझते थे| इतिहास पर नजर डाले तो वर्ष 1980 को स्वर्गीय द्विवेदी एमएलए का चुनाव लड़े थे| जिसके चुनाव प्रचार के लिये पूर्व प्रधानमंत्री फर्रुखाबाद की धरती पर आये थे| उन्होंने स्वर्गीय द्विवेदी के पक्ष में समा बाँधा था|
चुनाव के 12 वर्ष बाद मेजर सुनील दत्त का विवाह अनीता द्विवेदी से हुआ और वह वर-वधु को आशीर्वाद देने पंहुचे| मेजर के विवाह के ठीक एक वर्ष बाद उन्हें पुत्री की प्राप्ति हुई| जिसके बाद वर्ष 1993 को मेजर की नवजात पुत्री के नामकरण संस्कार में भी अटल बिहारी जी आये| उन्होंने उनकी नवजात पुत्री को श्रेया नाम दिया था| उसी वर्ष मेजर सदर विधायक मेजर सुनील दत्त के भाई प्रभु दत्त द्विवेदी का विवाह तय हुआ तो पूर्व प्रधानमंत्री पुन: द्विवेदी परिवार की खुशियों में शामिल होने पंहुचे|
वही द्विवेदी परिवार की खुशियों पर दुःख के पहाड़ टूट पड़े| जब पूर्व मंत्री स्वर्गीय ब्रह्मदत्त द्विवेदी की लोहाई रोड पर गोली मारकर हत्या कर दी गयी| उनकी मौत की खबर सुनते ही अटल बिहारी वाजेपयी 22 फरवरी 1997 को परिवार को सांत्वना देने पंहुचे थे| नबम्वर 1999 को लखनऊ में पूर्व प्रधानमंत्री ने स्वर्गीय ब्रह्मदत्त द्विवेदी की पुस्तक जब हम ना होंगे का विमोचन किया था| जिसका खुद सम्पादन पीएम के पद पर रहते हुये पूर्व प्रधानमंत्री ने किया था| जबकि संकलन मेजर सुनील दत्त का था|
अंतिम बार युग पुरुष अटल बिहारी वाजपेयी 10 फरवरी 2005 पुन: स्वर्गीय ब्रह्मदत्त द्विवेदी की पुण्य तिथि पर नगर फर्रुखाबाद में पंहुचे थे|
आज राजनीति के महासूर्य का अस्त होने की खबर सुनकर लोगों के जगह में उनसे पुरानी मुलाकातों की यादें ताजा हो गयी है| सोशल मीडिया पर उनके शोक संदेश भी तेज हो गये है| विधायक मेजर सुनील दत्त द्विवेदी ने बताया की वह दिल्ली एम्स पंहुच रहे है| उनके परिवार से अटल जी के पारिवारिक रिश्ते थे| वह लगभग हर महीने दिल्ली पूर्व पीएम की सेहत का हाल जानने जाते थे|