फर्रुखाबाद:योगी सरकार में यूपी का यह शायद पहला मामला होगा जब जिला स्तर का अधिकारी उस काम को अंजाम दे रहा हो जिसे रोकने के लिये उसे जनपद में तैनात किया गया हो| यह ताजा मामला जिले में तैनात मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ० अरुण कुमार का है जिनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है| जिसमे वह वाकायद बीते दो दिन पूर्व ही जनपद मैनपुरी में अपना एक निजी अस्पताल चलाते दिख रहे है| वह वाकायदा मरीज भी देख रहे है| वीडियो वायरल होने के बाद जिलाधिकारी मोनिका रानी सख्त हो गयी है| उन्होंने सीएमओ से इस सम्बन्ध में जबाब तलब करने की बात कही है|
जनपद में तैनात सीएमओं अरुण कुमार उपाध्याय का वीडियो सोशल मीडिया में बायरल होते ही स्वास्थ्य बिभाग मे हडकंप मच गया आरोप है कि जिले के सीएमओं फर्रुखाबाद जनपद छोड़ पिछली तैनाती के जिले मैनपुरी में आज भी प्राइवेट तौर पर क्लिनिक चला रहे है| जिले में लगभग हर रविवार को सीएमओं परिबार की समस्या बता कर छुट्टी लेकर जिले से गायब हो जाते है| सीएमओं के इस वीडियो के वायरल होने से सभी हैरान है कि जिले स्वास्थ बिभाग के मुखिया का यह हाल है तो स्वास्थ विभाग के अन्य कर्मियों का क्या हाल होगा यह तो वीडियो देखकर ही अंदाजा लगाया जा सकता है|
सीएमओ का निजी अस्पताल में मरीज देखने का चाब यंहा तक है कि रविवार को पोलियो अभियान के दिन भी आधे घंटे की छुट्टी लेकर मैनपुरी चले गये| जंहा उन्होंने अपने प्राइवेट अस्पताल का संचालन खुले आम शुरू कर कर दिया सीएमओ की इस करतूत उस पीड़ित मरीज ने अपने कैमरे में कैद कर लिया जो सीएमओ फर्रुखाबाद को अपना अल्ट्रासाउंड दिखाने और इलाज लेने के लिये उनके निजी अस्पताल में गया था| वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है| जेएनआई की खबर पर जिलाधिकारी मोनिका रानी शख्त हो गयी|
डीएम ने बताया कि सीएमओ का वीडियो उनके संज्ञान में आया है| तख्तों की जानकारी कर फ़िलहाल सीएमओ से जबाब तलब किया जायेगा| उन्होंने शख्त लहजे में कहा कि निजी चिकित्सा करना किसी भी श्रेणी में मान्य नही है| यदि वीडियो की सत्यता सिद्ध हो गयी तो कार्यवाही के लिये शासन को लिखा जायेगा|