फर्रुखाबाद:(दीपक शुक्ला) जिस लोहिया अस्पताल में सीएम योगी आदित्यनाथ रविवार को दौरा करेंगे वह अस्पताल दबाओं के आभाव में जूझ रहा है| अस्पताल में उल्टी, बुखार, दस्त, सुगर व एंटीरेबीज जैसी महत्वपूर्ण दवायें तक नही है| मजे की बात तो है की लोहिया अस्पताल के रिकार्ड के अनुसार लगभग 80 प्रकार की दवाओं को रखने की व्यवस्था है| जिसमे से लगभग 42 दवायें अस्पताल में काफी समय से है ही नही|
सरकार गरीबों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के लिए तमाम कोशिश कर रही है लेकिन कस्बे में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर सरकारी दावा खोखला साबित हो रहा है। तमाम कोशिशों के बावजूद अस्पताल में अक्सर दवाओं का टोटा रहता है, जिसका खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। विभागीय अधिकारी दवा की व्यवस्था नहीं कर पा रहे हैं। यहां प्रतिदिन क्षेत्र के तकरीबन पांच सौ मरीज इलाज कराने को आते हैं जहां दवाओं के अभाव में मजबूरन प्राइवेट डाक्टरों से इलाज कराना पड़ रहा है। सबसे अधिक परेशानी कस्बा समेत ग्रामीण क्षेत्र के गरीब लोगों को हो रही है,
अस्पताल में दवा आपूर्ति का सिस्टम बुरी तरह लड़खड़ा गया है। एंटी रेबीज वैक्सीन बीते 10 जून से उपलब्ध नही है| दर्द निवारक, एंटीबायोटिक्स सहित कुछ अन्य दवाओं का स्टॉक भी समाप्त हो चुका है। एंटासिड (गैस),एसाइक्लोवीर (हरपीस),एक्सिलोफ्नेक (दर्द बुखार),क्लोरोक्वीन (मलेरिया),सिट्रिजन (एलर्जी),डाम्पेरीडोन टेबलेट( उल्टी),टैब मैटफार्मिंन(मधुमेह),एंटासिडजेल (गैस), नॉरफ्लोक्सासीन (दस्त), निमुसिलाइड (दर्द बुखार),पैरासिटामोल (बुखार) सहित लगभग 42 महत्वपूर्ण दवाओं का टोंटा है| मजे की बात यह है की जब सब महत्वपूर्ण दबाओं का टोंटा है तो फिर दूर दराज से आने वाले मरीजों को आखिर दवा के नाम पर केबल लाल पीली गोली ही मिल रही है|
लोहिया अस्पताल के स्टोर इंचार्ज फार्मासिस्ट अरविन्द प्रजापति ने बताया की मांग बहुत दिनों से भेजी गयी है| लेकिन कम्पनी का भुगतान रुका होने के कारण सप्लाई नही मिल रही है|
(सहयोगी-प्रमोद द्विवेदी)