18 साल बाद जेल के कैदी से मिलने पंहुचे परिजन मायूस

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फर्रुखाबाद: बीते 18 साल बाद सेन्ट्रल जेल में बंद कैदी से मिलने पंहुचे परिजन उसके ना मिलने से मायूस हो गये| उन्होंने इस सम्बन्ध में जिलाधिकारी से भेट करने का प्रयास किया लेकिन उनकी मुलाकात नही हो सकी| जिसके बाद परिजन मायूस होकर चले गये|
जनपद हरदोई के ग्राम बेहटा गोकुल उमरौली निवासी जगदीश पुत्र रामदुलारे बीते वर्ष 2001 में सेन्ट्रल जेल में आजीवन कारावास की सजा काटने आया था| बीते वर्ष 1993 में अपनी ही भाभी की गला दवाकर हत्या करने के मामले में जगदीश को उम्र कैद की सजा हुई थी| जिसके बाद उसे वर्ष 2001 में सेन्ट्रल जेल शिफ्ट किया गया| उसके साथ उसका भाई भुवनेश कुमार वगी बंद हुआ था| भुवनेश कुमार कुछ महीनों बाद रिहा हो गया लेकिन जगदीश को रिहाई नही मिल सकी|
लेकिन 18 सालों तक जगदीश से मिलने उसका भाई भुवनेश कुमार, भतीजा राजीव व अन्य परिजन 18 साल के बाद उससे मुलाकात करने सेन्ट्रल जेल पंहुचे| जंहा उन्होंने बताया की उनके थाना बेहटा गोकुल से सूचना आयी की जगदीश के रिहाई के कागजत आ गये है वह लोग सेन्ट्रल जेल चले जाये| जिसके बाद वह लोग जेल पंहुचे तो उन्होंने मिलाई के लिये पर्ची लगायी| लेकिन जगदीश का पता नही चला|
जिसके बाद परिजन जिलाधिकारी से मिलने पंहुचे| लेंकिन वह तक तक कार्यालय से जा चुकी थी| इस सम्बन्ध में जेलर पीके सिंह का कहना है की बंदी जगदीश का मानसिक संतुलन खराब है| इस लिये वह परिजनों से नही मिला| भविष्य में यदि परिजन आते है तो मुलाकात करा दी जायेगी|