फर्रुखाबाद: लाख कोशिशों के बाद भी लोहिया की व्यवस्था को कोई परिवर्तन नही आया| आये दिन अधिकारीयों के दौरे के बाद भी कोई ख़ास फर्क नही पड़ा| जिलाधिकारी मोनिका रानी जब अस्पताल की हकीकत परखने पंहुची तो पता चला अव्यवस्था की एकल बड़ी पोटली उन्हें मिली| जिससे वह खफा हो गयी| एक लिपिक को उन्होंने निलंबित करने के भी निर्देश दिये है|
मंगलवार को दोपहर अचानक डीएम महिला अस्पताल की ओपीडी पंहुच गयी| उन्होंने वहां महिला मरीजों व चिकित्सको से वार्ता की| इसके बाद वह लोहिया अस्पताल की ओपीडी पंहुची| जंहा उन्होंने पर्चा काउन्टर पर मरीजों की संख्या देखी साथ ही पास रखे दवा बोर्ड को देखा और कुछ दवाईयों का स्टाक ना होने पर नाराजगी व्यक्त की| इसके बाद उन्होंने फिजिशियन डॉ० अशोक कुमार, बाल रोग विशेषज्ञ डॉ० राजेश तिवारी, सर्जन डॉ० गौरव मिश्रा के कक्ष चेक किये| वही डॉ० नसीमुद्दीन व डॉ० स्वस्ति डीएम को मौके पर अपने कमरे में नही मिले| हालांकि मौके पर ही स्वस्ति वाजपेयी आ गयी|
उन्होंने एंटी रेबीज बैक्सीन देखी जो पिछले लगभग 20 दिनों से अधिक समय से उपलब्ध ना होने की बात सीएमओ डॉ० अरुण कुमार ने उन्हें बतायी| जिस पर डीएम ने जल्द व्यवस्था करने के निर्देश दिये| वही उन्होंने दवा वितरण कक्ष भी देखा|इसके बाद जिलाधिकारी रेडियोलाजिस्ट डॉ० योंगेंद्र कुमार के कक्ष में पंहुची| लेंकिन डॉ० योगेन्द्र उन्हें नही मिले| कर्मियों ने बताया की वह कोर्ट गये है| जिस पर उन्होंने सम्मन रजिस्टर भी चेक किया| लेकिन उन्हें कोई संतोष जनक उत्तर नही मिला| वही चतुर्थ श्रेणी निलंबित कर्मी अर्जुन ने जिलाधिकारी से शिकायत की वह निलंबित चल रहा है| वही सीएमओ व सीएमएस के आदेश के बाद भी लिपिक प्रदीप कुमार उन्हें नौकरी पर वापस नही ले रहा है| इसके लिये वह रुपयों की मांग करता है| यह सुन डीएम खफा हो गयी| उन्होंने लिपिक को तत्काल निलंबित करने के निर्देश सीएमओ को दिये है|
इसके साथ ही उन्होंने वृद्ध रोगी कक्ष व एसएनसीओ को चेक दिया| एसएनसीयू में उन्होंने भर्ती एक बच्चे का वजन भी कराया| वही अस्पताल में निजी अस्पतालों से प्रसव कराकर आयी कई महिलाएं अपने नवजात के साथ मिली| तो जिलाधिकारी ने निजी अस्पतालों का व्योरा तलब करने के निर्देश दिये|