फर्रुखाबाद: नवरात्रि का त्योहार शुरू हो गया है| घर-घर में देवी की पूजा अर्चना की जा रही है| हर मंदिर को लेकर कोई ना कोई आस्था जुडी है| यही कुछ बढ़पुर के शीतला माता मंदिर में आने वाले श्रधालुओं को भी देखने को मिलता है| मान्यता है कि यंहा आने से चेचक जैसे गम्भीर रोग से लोगों को आराम मिलता है|
मंदिर कमेटी के अध्यक्ष भीम प्रकाश कटियार ने बताया कि बीते वर्ष 1824 में चेचक का प्रकोप फैला| गम्भीर बीमारी से हजारों लोग विस्तर पकड़े हुये थे| सभी बढ़पुर निवासी रायबहादुर को देवी ने सपना दिया की उनकी प्रतिमा तालाब में है उसे बाहर निकाल कर स्थापित करो जिससे चेचक के रोगियों को आराम मिलेगा| उसी हिसाब से जब रायबहादुर ने तालाब में मूर्ति तलाश की तो उन्हें मिल गयी| उन्होंने अपने परिवारी गेदनलाल के साथ मिलकर देवी की स्थापना करा दी|
जिसके बाद चेचक के रोगियों को आराम मिल गया| तभी से चेचक से ग्रसित लोग मंदिर में देवी दर्शन के लिये आते है और उन्हें आराम मिलता है| नवरात्र के प्रथम दिन मंदिर में श्रद्धा का सैलाब उमड़ा| लोग घंटों लाइन में लगे रहे तब उन्हें शीतला माता के दर्शन हुए|