फर्रुखाबाद:(राजेपुर) स्वास्थ्य व्यवस्था केवल अफसरों के कार्यालय में ही बंद होकर रह गई है जमीनी हकीकत आज भी यही है की सरकार के 11 माह पूर्ण होने के बाद भी व्यवस्था सुधरने का नाम नहीं ले रही|व्यवस्था पर सवाल क्यों ना खड़े किए जाएं जब बुखार से पीड़ित मरीज अस्पताल के बाहर 4 घंटे तक तड़पता रहे और उसे देखने के लिए कोई आये ही ना| ताजा मामला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का है जहां बुधवार सुबह 10 बजे मंजा निवासी अनिल अपने 7 वर्षीय पुत्र आकाश को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे थे| अनिल ने जब अस्पताल के अंदर पहुंच कर कहा कि उसका बच्चा बुखार से पीड़ित है तो अस्पताल प्रशासन ने कहा कि बाहर धूप में लेटा दो|
डॉक्टर का कहना था कि पहले एक्सरा होगा उसके बाद उसे दवा दी जाएगी| अस्पताल का अपना दर्द था की वहां लाइट ही नहीं थी लेकिन जनरेटर में तो तेल रहा ही होगा और बजट भी आता है लेकिन इसके बाद भी 4 घंटे तक बुखार से पीड़ित मासूम को सीएससी के बाहर दर्द से तड़पता सीएचसी प्रशासन देखता रहा| जरनेटर का तेल गरीब के बेटे से जादा कीमती हो गया | बाद में फार्मासिस्ट से उसे कुछ दवा देकर बिना एक्सरे के ही टरका दिया|