फर्रुखाबाद:कभी दूसरों की बेटीयों की डोली उठने के दौरान खुशियों की शहनाई बजाने वाले भोलू मास्टर अब बुजुर्ग है| इंटरनेट और डीजे के आगे शहनाई के शौक़ीन लोग भी कम ही रह गये| जिससे इस धंधे से जुड़े मात्र दो लोग गुमनामी सा जीवन जी रहे थे| भोलू मास्टर की तो तीन बेटियां विवाह के लिये है| शहनाई का धंधा चौपट होने से उनके हाथ पीले करने का भी संकट उत्पन्य हो गया था| जेएनआई ने इस पर प्रमुखता से एक समाचार प्रकाशित किया था| खबर के बाद मंत्री पुत्र सचिन ने भोलू की तीन बेटियों के विवाह का जिम्मा ले लिया है| मारे ख़ुशी के भोलू की आँखों में आंसू आ गये|
खबर का प्रकाशन 31 जनवरी को किया गया था| 3 फरवरी को पूर्व मंत्री सचिन सिंह यादव अपने साथियों के साथ मऊदरवाजा क्षेत्र के मोहल्ला भीकमपुरा निवासी पुत्तु मास्टर के परिवार व भोलू मास्टर से मिले| बुजुर्ग हो चुके भोला मास्टर ने बताया की पूर्व की सपा सरकार के दौरान सचिन की बहन मोना यादव के विवाह में उसने शहनाई बजायी थी| जिससे प्रभावित होकर पूर्व मंत्री नरेन्द्र सिंह ने उसकी 2000 हजार मासिक पेंशन मंजूर करा दी थी| वह भी अब एक वर्ष से पहले नही आती| उन्होंने बताया कि चार बेटी है| नन्नो 22 वर्ष, सारिका 20 वर्ष, महेसर 16 वर्ष की है| इनकी शादी कैसे हो इसकी फ़िक्र है|
सचिन सिंह यादव ने उनसे कहा की वह बेटियों के लिये वर तलाश कर ले| वह प्रति वर्ष अपने गाँव भूड़नगरिया में विवाह समारोह का आयोजन करते है| समारोह में jजिस वर्ष चाहे पूरे दान-दहेज के साथ सभी का विवाह कराया जायेगा| इसके साथ ही सरकार आने पर खत्म हो रही शहनाई को पुन: नई दिशा देने का प्रयास होगा | प्रधान राजन यादव आदि रहे|
भोलू ने कब्बाली सुनाई
वो क्या मेरे घर आने-जाने लगे और अदाओं से दिल में समाने लगे!!
जिन्होंने मोहब्बत में धोखे दिये,उन्हें भूलने में जमाने लगे!!
पढाई लिखाई का मौसम कहा,किताबों में खत आने जाने लगे!!
जब उन पर मुकम्ल शबाब आ गया,तो हमी से वो दामन छुड़ाने लगे!!
जिया वक्त से पहले ही मर गया,ये कह-कह कर आंसू बहाने लगे!!