फर्रुखाबाद:(कायमगंज) योगी सरकार स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरुस्त करने के चाहे लाख दावे करें लेकिन आज जो हुआ वह मानवता को शर्मसार करने के लिए काफी है|जहां सरकार प्रसव के बाद प्रसूता को आर्थिक सहायता मुहैया कराती है वही सरकारी अस्पताल की एएनएम ने प्रसूता के परिजनों से 50,000 हजार रूपये अपने घर पर प्रसब कराने के लिये बसूले| इसके बाद भी उसे जिंदगी की जंग हारने पर मजबूर होना पड़ा| हालांकि अफसर अब कार्यवाही करने की बात कह रहे हैं| एएनएम मौके से फरार है| प्रसूता के परिजनों ने हंगामा कर जाम भी लगाया| अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर समझाने का प्रयास किया|
कोतवाली कायमगंज क्षेत्र के ग्राम रसीदपुर निवासी अमित कुमार का बीते 2 वर्ष पूर्व 22 वर्षीय शिवांगी के साथ विवाह हुआ था मंगलवार सुबह तकरीबन 7:00 बजे प्रसव पीड़ा होने पर परिजन उसे लेकर सीएससी पहुंचे| उन्हें पूरा यकीन था कि उनके घर में जल्द खुशियां आने वाली हैं,लेकिन उन्हें यह नहीं पता था कि कुछ ही देर में खुशी मातम में तब्दील हो जाएगी| स्थानीय आशा ने अपनी साथी आशा से मिलकर प्रसूता को बहला-फुसलाकर अस्पताल की एएनएम मंजू तिवारी के आवास पर ले गयी| जहां कुछ समय बाद प्रसूता शिबांगी के पुत्री का जन्म हुआ| परिजनों ने अनुसार एएनएम ने प्रसूता को कमरे के बाहर लिटा दिया| परिजनों का आरोप है कि प्रसव के बाद एएनएम ने शिवांगी को ठंडा पानी पिलाया जिससे कुछ समय बाद उसकी अचानक मौत हो गई| मौत होने की सूचना पर परिजन भड़क गए और उन्होंने पुल वाले तिराहे पर जाम लगाकर हंगामा शुरू कर दिया|
घटना की सूचना मिलने पर सीओ कायमगंज नरेश कुमार फोर्स के साथ मौके पर आ गये| उन्होंने परिजनों को समझा-बुझाकर जाम तो खुलवा दिया लेकिन अभी तक शव उनके घर पर ही रखा हुआ है|सीओ नरेश कुमार ने बताया की जांच की जा रही है तहरीर मिलने पर सख्त कार्रवाई कर शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा|