फर्रुखाबाद: बीते दिन एसडीएम व सीओ की मौजूदगी में कोटा के मतदान की प्रक्रिया पूरी हुई| जिसके बाद कोटा मृतक कोटेदार की पत्नी के नाम हो गया| ग्राम प्रधान समर्थको ने कलेक्ट्रेट पंहुचकर जिलाधिकारी मोनिका रानी व सांसद मुकेश राजपूत को घेरा| डीएम ने मामले की जाँच एसडीएम सदर को दी है|
विकास खंड राजेपुर के ग्राम पिथनापुर में पूर्व कोटेदार रामनिहारे की मौत बीते कुछ महीने पहले हो गयी थी| जिसके बाद बीते दिन एसडीएम बसंत कुमार ने पूर्ति कर्मियों के साथ गाँव में खुली बैठक कर मतदान कराया था| जिसमे प्रधान अर्चना सिंह ने अपने समर्थको के साथ विरोध कर दिया था| लेकिन पूर्व कोटेदार रामनिहारे की पत्नी मीरादेवी के नाम हो गया| सोमबार को मीरादेवी के विरोधी पक्ष से बीजेपी नेता विजय सोमबंशी, नीरज सिंह, महावीर, रजनी, सविता, सरोज , प्रमोद, शिवप्रताप सिंहम प्रेमचन्द्र,रामचन्द्र वर्मा आदि कलेक्ट्रेट पंहुचे| जंहा ग्रामीणों ने एसडीएम बसंत कुमार व पूर्ति अधिकारियो के खिलाफ जमकर नारेबाजी की|
इसके साथ ही जिला निगरानी समिति की बैठक से निकले सांसद मुकेश राजपूत व जिलाधिकारी मोनिका रानी को घेर लिया| ग्रामीणों ने शिकायत कर कहा कि खुली बैठक का एजेंडा प्रधान के अलावा कोई ही बना सकता| इसके बाद भी एसडीएम अमृतपुर ने एजेंडा बनाकर खुली बैठक की तारीख भी तय कर दी| जो अनुचित व विधि संगत नही है| जिलाधिकारी ने एसडीएम सदर अजीत कुमार को मामले की जाँच कर रिपोर्ट देने को कहा है|