फर्रुखाबाद:वर्षो से प्रदेश में बीजेपी की सरकार नही बनी| तो निकाय चुनाव में भी किसी ने कोई दमखम नही दिखाया| लेकिन अब केंद्र से लेकर प्रदेश की कुर्सी का भगवा करण होने के बाद बीजेपी के छोटे-बड़े सुरमा अपना दांव अजमाने में लगे है| जगह-जगह बैठके आयोजित हो रही है| बीजेपी वार्डो का चुनाव लड़ाने के लिये पूरी ताकत झोंके हुये है| इसके बाद भी सच्चाई कभी छुपती नही| बीजेपी उस वार्ड में वर्षो से हार रही है| जिस वार्ड में पार्टी के बड़े-बड़े सुरमा रहते है|
हम बात कर रहे है वार्ड नम्बर 37 बलरामनगर जो वर्तमान में पांच वार्ड बनने के बाद 42 हो गया है| यह वार्ड चौक बाजार के निकट सेनापति मोहल्ले में है| सेनापति मोहल्ला शायद इसलिये नाम रखा गया की इस मोहल्ले ने बड़े-बड़े नेता जिले व प्रदेश को दिये| इसी वार्ड से पूर्व ऊर्जा मंत्री स्वर्गीय ब्रह्मदत्त द्विवेदी ने प्रदेश की राजनीति की|
उनके स्वर्गवास के बाद उनके नाम से जिले की राजनीति शुरू हुई| इसी वार्ड में उनके पुत्र वर्तमान सदर विधायक मेजर सुनील दत्त द्विवेदी, डॉ० रजनी सरीन,नगर पालिका अध्यक्ष के दावेदार सुधांशु दत्त द्विवेदी, पूर्व व्लाक प्रमुख व जिला उपाध्यक्ष भास्कर दत्त द्विवेदी,पूर्व मंत्री स्वर्गीय प्रभा द्विवेदी के प्रतिनिधि रहे कृष्ण दत्त द्विवेदी,पूर्व जिलाध्यक्ष युवा मोर्चा सदानंद शुक्ला, पूर्व नगर महामंत्री व पूर्व युवा मोर्चा के नगर अध्यक्ष अजीत पाण्डेय,वर्तमान नगर महामंत्री प्रबल त्रिपाठी, नगर उपाध्यक्ष मुकुल अग्निहोत्री महिला मोर्चा नेत्री बबिता पाठक, उसके ससुर हरीशचन्द्र पाठक जिला कार्य समिति के सदस्य आदि दिग्गज रहते है|
मजे की बात यह है इसके बाद भी बीते 10 वर्षो से इस वार्ड में कांग्रेसी चन्द्रधर पाण्डेय की पत्नी सुमन पाण्डेय बीते 2006 में चुनाव जीत गयी| उसके बाद वर्ष 2012 में भी पालिका चुनाव में इस वार्ड से सुमन पाण्डेय ने ही जीत हासिल की| अब सबाल उठता है कि जब सत्ता नही थी तो क्या इस राजनैतिक पकड़ रखने वाले वार्ड में मतदाता कही चला गया था जो इस बार सत्ता आने पर पार्टी के कुछ चेहरे टिकट की दौड़ में बसे आगे है|