लखनऊ: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ताजनगरी आगरा में अगले महीने वाले वाले पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन से पहले लखनऊ में आज पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव से भेंट की। लखनऊ में रहने के बाद भी आज करीब तीन महीने बाद अखिलेश यादव ने मुलायम सिंह यादव से उनके आवास पर जाकर भेंट की।
लखनऊ में समाजवादी पार्टी की राज्य कार्यकारिणी में आमंत्रित न होने के कारण व्यथित मुलायम सिंह यादव ने अखिलेश यादव की कार्यशैली पर नाराजगी व्यक्त की थी। लखनऊ में दो दिन पहले ही प्रेस कांफ्रेंस में मुलायम सिंह यादव ने अखिलेश यादव को बेहद घमंडी तक बताया था। इसके बाद माना जा रहा था कि वह नई पार्टी की घोषणा करेंगे, लेकिन बाद में उन्होंने कहा कि अखिलेश उनके बेटे हैं, इसलिए उनका आशीर्वाद उनके साथ है, लेकिन वह कई फैसलों पर वह अखिलेश यादव के निर्णय से जरा भी सहमत नहीं हैं।
मुलायम सिंह यादव ने जब अखिलेश यादव के खिलाफ प्रेस कांफ्रेंस में पार्टी के अध्यक्ष तथा पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के प्रति नाराजगी जताई थी तो लगा कि वह अखिलेश यादव से बेहद नाराज हैं। अखिलेश यादव ने आज विक्रमादित्य मार्ग पर अपने ही घर से सटे मुलायम सिंह यादव के आवास में करीब तीन महीने बाद प्रवेश किया। उनको भी करीब 70 मीटर की मुलायम सिंह यादव के घर की दूरी तय करने में तीन महीने का समय लग गया। अखिलेश यादव जब विक्रमादित्य मार्ग पर मुलायम सिंह यादव के घर में पहुंचे तभी से आकलन लगाया गया कि वह नाराज हो चुके नेताजी को मनाने गए हैं।
मुलायम कह चुके हैं कि पुत्र हैं अखिलेश तो आशीर्वाद उनके साथ है। उन्होंने नयी पार्टी न बनाने का ऐलान करते हुए सपा से जुड़े रहने का बयान दिया था। मुलायम सिंह यादव ने कहा था कि समाजवादी सोच वाले पार्टी से जुड़ें और सपा को मजबूत करें। इसके बाद से अखिलेश गुट के युवा नेताओं का मुलायम के घर जाने का सिलसिला बढ़ गया है। अखिलेश यादव ने भी मुलायम की प्रेस कांफ्रेंस के बाद ट्वीट कर नेताजी जिंदाबाद कहा था। अब देखना है कि मुलायम सिंह यादव को मनाने में अखिलेश कामयाब होते हैं कि नहीं।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज उनसे मुलाकात की और उन्हें 5 अक्तूबर को आगरा में होने वाले सपा के राष्ट्रीय अधिवेशन का न्योता दिया। सपा प्रवक्ता एवं विधान परिषद सदस्य सुनील सिंह साजन ने बताया कि पार्टी अध्यक्ष अखिलेश अपने पिता मुलायम से मुलाकात करने उनके घर गए और उन्हें 5 अक्तूबर को आगरा में होने वाले सपा के राष्ट्रीय अधिवेशन का निमंत्रण दिया। इसी अधिवेशन में सपा के नये राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होना है।
सुनील के मुताबिक- मुलायम ने राष्ट्रीय अधिवेशन का निमंत्रण स्वीकार कर लिया है। अखिलेश की मुलायम से मुलाकात कई महीनों बाद हुई है। सपा संस्थापक मुलायम ने गत 25 सितम्बर को लखनऊ में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि चूंकि अखिलेश उनके पुत्र हैं, लिहाजा उनके साथ उनका आशीर्वाद है, लेकिन उनके कुछ निर्णयों से वह सहमत नहीं हैं। इससे पहले 23 सितंबर को पार्टी के प्रान्तीय अधिवेशन में अखिलेश ने मुलायम का जिक्र करते हुए कहा था कि नेताजी का आशीर्वाद उनके साथ है और वह उनके आंदोलन को ऊंचाइयों तक पहुंचाएंगे।
इससे पहले भी लखनऊ में एक कार्यक्रम में अखिलेश यादव ने पीएम नरेंद्र मोदी तथा मुलायम सिंह यादव की कानाफूसी को सार्वजनिक करने का दावा किया था। अखिलेश से जब पूछा गया कि मुख्यमंत्री योगी के शपथ ग्रहण समारोह में मुलायम सिंह यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कान में क्या कहा था तो उन्होंने कहा कि अगर मैं बता दूंगा तो आप लोग विश्वास नहीं करेंगे। जब जोर दिया गया तो उन्होंने कहा कि पिता जी ने मोदी जी के कान में कहा था कि बच के रहना ये मेरा बेटा है। जब अखिलेश से पूछा गया कि क्या वाकई ऐसा कहा गया था तो उन्होंने हंसते हुए कहा कि मैंने पहले ही कहा था कि मैं बताऊंगा तो आप विश्वास नहीं करोगे।