लखनऊ|| अफसरों के उत्पीड़न से दु:खी लेखपाल बाबूराम ने ट्रेन के आगे कूद कर जान दे दी। उनके घर से चार पन्ने का सुसाइड नोट मिला है।
उन्होंने अपनी मौत के लिए मोहनलाल गंज के एसडीएम सुनील कुमार चौधरी और तहसीलदार जेपी सिंह को जिम्मेदार ठहराया है। दोनों को देर शाम निलंबित कर दिया गया। मुख्यमंत्री मायावती ने मामले की जांच के आदेश दिये हैं।
बाबूराम मंगलवार को कार्यालय जाने की बात कहकर निकले लेकिन वापस नहीं लौटे। बुधवार की सुबह मवैया स्थित रेल पटरी पर उनका शव मिला। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि उन्होंने खुदकुशी की है। कमरे में मिले सुसाइड नोट में उन्होंने मोहनलालगंज की कई जमीनों में हेराफेरी की बात बताई है।
लिखा है, पट्टे पर दी जाने वाली जमीनों में अफसरों ने लेखपालों से कई जगह गलत काम कराया है। ऐसे में कई लेखपालों की गर्दन फंसेगी। उन्होंने खुदकुशी करने से पहले पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रीता बहुगुणा जोशी व अपने दो रिश्तेदारों को पत्र लिखकर भ्रष्टाचार के मामले की जानकारी दी है।