फर्रुखाबाद: यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ प्रदेश में विकास करने और लापरवाह अफसरों को ठीक करने की बात अक्सर करते नजर आते है| लेकिन उसकी जमीनी हकीकत क्या है किसी से छिपी नही| अफसर सीएम के फरमान को पलीता लगाने में कोई कसर नही छोड़ रहे| इसका जीता जागता उदाहरण रोडबेज बस अड्डे पर देखने को मिला| जंहा मंत्री के निर्देश के बाद भी शमसाबाद जाने वाली बस दलदल में धंसी मिली| जिसका कोई जबाब परिवाहन विभाग के पास नही है|
बीते दिनों परिवहन मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने रोड बेज बस अड्डे का निरीक्षण किया था| मंत्री से शमसाबाद के चेयरमैंन विजय गुप्ता ने अपने क्षेत्र के लिये चार रोडबेज बसों की मांग की थी| लेकिन अफसरों के ऊपर मंत्री के फरमान का कोई असर नही हुआ| जिसके चलते एक ही बस शमसाबाद के लिये सबारी ले जाने के लिये चल रही थी| जो बरसात हो जाने के बाद अफसरों की लापरवाही का शिकार हो गयी|
शमसाबाद के लिये एक रोडबेज दोपहर 11 बजे रोडबेज से निकलती है| लेकिन बीते दिन हुई बरसात में रोडबेज के भीषण जल भराव और मलबे के चलते वह उसी में धंस गयी| जिससे वह अपने समय से नही निकल सकी| दूसरी बस की व्यवस्था ना होने से मजबूरन सबरियों को डग्गामार का सहारा लेने पड़ा|
शमसाबाद के चेयरमैंन विजय गुप्ता ने बताया कि उन्होंने चार बसों की मांग की थी| लेकिन परिवाहन विभाग ने एक भी बस नही दी| जिससे क्षेत्र की जनता को आवागमन के लिये समस्या होती है| इस सम्बन्ध में उन्होंने जल्द मंत्री से मिलकर अफसरों की लापरवाही से अवगत कराने की बात कही है| एआरएम अंकुर विकास ने जेएनआई को बताया कि बस को निकाल लिया गया था| लेकिन मंत्री के निर्देश का पालन करने ले लिये अभी कर्मचारियों की कमी है| दो-चार दिन में व्यवस्था करके और बसें चला दी जायेगी|