फर्रुखाबाद : योगी आदित्यनाथ की सरकार बनते ही सूबे में जिन अवैध धंधों पर सख्ती की गई थी, उनमें परिवहन विभाग को प्रति दिन लाखों रुपए का घाटा पहुंचाने वाली डग्गामार बसों जैसे वाहनों का संचालन बंद कराना भी शामिल था, लेकिन इनका संचालन अभी तक बंद नहीं हुआ है। हाईवे के थानों, चौकी पुलिस व पेट्रोलिंग कारों की शह पर इनका संचालन अभी भी बदस्तूर जारी है। हद तो तब मानी गयी की परिवहन मंत्री स्वत्रंत देव सिंह ने रोडबेज बस अड्डे पर पंहुचकर डग्गामारो को एक सप्ताह में बंद कराने का फरमान जारी किया था| लेकिन उसका कोई फर्क अफसरों पर नही पड़ा और डग्गामारी लगातार सरकार को लाखो का चूना लगा रहे है|
लाल दरवाजे स्थित रोडबेज बस अड्डे से एक किलोमीटर दूर ही डग्गामार वाहनों का संचालन होने का फरमान है| लेकिन इसके बाद भी इस फरमान को अमली जामा नही पहनाया जा रहा है | पुलिस और विभागियो अफसरों की मिली भगत के चलते डग्गामार सरकार के फरमान को पलीता लगा रहे है| पुलिस पर सबाल इस लिये खड़ा होता है कि लाल दरवाजे पर भी कादरी गेट चौकी की पिकेट रहती है और रोडबेज बस अड्डे के सामने भी कादरी गेट चौकी की पिकेट रहती है| फिर इतनी बड़ी कानून तोड़ती बस उन्हें दिखाई नही पड़ती|
कानून भी बना और कमेटी भी तत्कालीन डीएम प्रकाश बिंदु ने भी कमेटी बनायी | लेकिन कुछ हुआ तो वह फाइलो में उसके बाद जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार ने कमेटी बनाकर डग्गामार वाहनों से सड़को को आजाद कराने के लिये फिर कमेटी बना दी| उसके पीछे भी परिवाहन मंत्री स्वतंत्र देक सिंह का निर्देश था| अफसर सड़क पर उतरे भी लेकिन कुछ देर के लिये और इति श्री कर ली| अफसरों के इस लापरवाही को देखते हुये डग्गामारो के हौसले बुलंद है और बस अड्डे के निकट ही सरकार का फरमान टायरो के नीचे कुचला जा रहा है|
एआरएम अंकुर विकास ने बताया कि अभी वह अवकाश पर है| जनपद पंहुचकर सरकार के फरमान को ना मानने वालो पर कार्यवाही होगी|