फर्रुखाबाद: बढ़पुर की व्लाक प्रमुख सुबोध गुट की उर्मिला राजपूत के खिलाफ पूर्व मंत्री नरेन्द्र सिंह समर्थक बॉबी यादव की भाभी रीता ने अविश्वास प्रस्ताव ला दिया| प्रस्ताव बुधवार को पास भी हो गया| जिससे सियासी माहौल गर्म हो गया है| अब शासन के अग्रिम आदेश के बाद महज रीता यादव की ताज पोशी होना तय माना जा रहा है| रीता को 58 मत व उर्मिला को केबल दो मत मिले| जिसमे एक उनका खुद का था|
सियासत की बाजी कब किसके हाथ में आ जाये यह सब बक्त पर निर्भर है| जिस समय सपा की पूर्व विधायक उर्मिला ने अपनी पुत्री बधू उर्मिला राजपूत को बढ़पुर व्लाक प्रमुख का चुनाव लड़ाने का मन बनाया तो सियासत और शासन दोनों उसके सामने हाथ बांधे खड़े थे| सियासत का इस कदर डर कि किसी ने उनके खिलाफ पर्चा तक नही डाला | ग्राम विजधरपुर के बीडीसी बट्टू यादव ने पर्चा खरीदा| जब इसकी सूचना पुलिस और सियासत के मठाधिशो को मिली तो गदर हो गया| बंटू का पूरा गाँव छाबनी बन गया | पुलिस को देखकर यह लग रहा था कि वह किस हद तक जा सकती है| बाद में पुलिस के दबाब के चलते उर्मिला निर्विरोध चुनाव जीत गयी|
लेकिन सियासत जब अपने शबाब पर आती है तो लोहे से लोहे को काट देती है| बुधवार को यही नजारा बढपुर व्लाक कार्यालय के बाहर देखने को मिला | वही पुलिस वही समाजवादी पार्टी लेकिन इक्का किसी और के हाथ में| सत्ता के दम पर राजनीति करने वाले एक भी चेहरे उर्मिला के काम नही आये| सपा नेता व पूर्व जिला पंचायत सदस्य बॉबी यादव की भाभी व पूर्व व्लाक प्रमुख यश पाल यादव की पत्नी रीता यादव ने 58 मत पाकर अविश्वास प्रस्ताव पास करा लिया |
जबकि व्लाक प्रमुख उर्मिला राजपूत खुद बैठक में हिस्सा लेने पंहुची और मतदान भी किया | लेकिन केबल दो मत पाकर की संतुष्टी करनी पड़ी | एसडीएम सदर रमेश यादव ने मौके पर रहकर बैठक सम्पन्न करायी| उन्होंने बताया की प्रस्ताव जिलाधिकारी के माध्यम से शासन को जायेगा| शासन के निर्देश पर अग्रिम कार्यवाही की जायेगी|
82 में से कुल 60 मत ही पड़े
बढ़पुर विकास खंड में कुल 82 बीडीसी सदस्य थे| एक की मौत हो जाने से केबल 81 बीडीसी शेष बचे| जिसमे से 60 ने अपना मतदान किया| 58 रीता को व 2 उर्मिला को मत मिले|