फर्रुखाबाद: जिलाधिकारी द्वारा जेल भ्रमण कराने, ग्राम विकास अधिकारीयों व ग्राम पंचायत अधिकारीयों के तबादले करने के विरोध में धारा 144 लगे होने के बाद भी जमाबडा लगाने और भड़काऊ भाषण देने के मामले में कर्मचारी नेता अखिलेश अग्निहोत्री व लेखपाल संघ के जिलाध्यक्ष सैयद मीर खां सहित पांच नामजद व 70-80 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है|
जिलाधिकारी के निर्देश पर नायब तहसीलदार चुडामणि ने कोतवाली फतेहगढ़ में दर्ज कराये गये मुकदमे में कहा है कि यूपी शासन के आदेश पर जिले के ग्राम पंचायत अधिकारी व ग्राम विकास अधिकारीयों के नियमानुसार तबादले मई 2017 में जिलाधिकारी द्वारा किये गये थे| क्योंकि तबादला किये गये कर्मी एक ही जगह पर लम्बे समय से तैंनात थे| तबादला कराने पर समूह आंदोलित हो गये| उन्होंने ग्राम पंचायत अधिकारी संघ व लेखपाल संघ व अन्य संगठनो के साथ जिलाधिकारी को ज्ञापन देना शुरू कर दिया|
तहरीर में कहा गया है कि कर्मचारी जानते थे कि जनपद में 26 मई 2017 के जिलाधिकारी के आदेश द्वारा 25 जुलाई तक धारा 144 लागू कर दी गयी है| इसके बाद भी ग्राम पंचायत अधिकारी संघ के अध्यक्ष शैलेन्द्र त्रिपाठी, महामंत्री हरीशचन्द्र वाथम, कर्मचारी नेता अखिलेश अग्निहोत्री, ग्राम विकास अधिकारी संघ के अध्यक्ष शशि देव सिंह, लेखपाल संघ के अध्यक्ष सैयद मीर खां अपने साथियों के साथ कर्मचारी नेता अखिलेश अग्निहोत्री के नेतृत्व में विकास भवन व जिला पंचायत परिसर में 70 -80 की संख्या में एकत्रित होकर तबादले व अन्य प्रशसनिक सुधार के लिये किये गये उपायों के विरोध में भडकाऊ भाषण देने के साथ ही नारेबाजी भी की गयी|
सभी कर्मचारियों ने कानून के विरुद्ध जमाबड़ा करते हुये धारा 144 का उलंघन किया| डीएम पर दबाब पर दबाब बनाने का प्रयास किया| जिसके चलते पुलिस ने शैलेन्द्र त्रिपाठी, हरिशचन्द्र वाथम, अखिलेश अग्निहोत्री, शशि देव सिंह, सैयद मीर खां व 70-80 अज्ञात कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया| कर्मचारी नेता अखिलेश अग्निहोत्री ने जेएनआई को फोन पर बताया कि बैठक जिलाधिकारी के संज्ञान में थी| कर्मचारी संगठनो पर अनैतिक दबाब बनाने के लिये यह किया गया है| जल्द ही इसके विरोध में एक बड़े आन्दोलन की घोषणा की जायेगी|