फर्रुखाबाद: कोतवाली फ़तेहगढ़ क्षेत्र के सिबिल लाइन निवासी लिपिक अत्रेय राठौर की मौत के बाद शुक्रवार को विकास भवन में कर्मियों ने ताले डालकर बंदी कर दी|
शुक्रवार को कर्मचारी नेता अखिलेश अग्निहोत्री लिपिक के घर पंहुचे और परिजन से मिलाकर घटना की जानकारी ली| काफी देर बाद उन्होंने मौके पर मौजूद कर्मियों से काम बंद करने की अपील की| राज्य कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष राकेश सारस्वत के नेतृत्व में आनन-फानन में हुई शोक सभा के बाद लोग आत्रेय के सिविल लाइन स्थित आवास पर पहुंच गए। दिन भर उनके घर व पोस्टमार्टम हाउस पर कर्मचारियों का जमघट लगा रहा। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष अखिलेश अग्निहोत्री सहित काफी कर्मचारी उनके आवास पर जमे रहे। विकस भवन के अधिकांश कार्यालय बंद पड़े रहे। मामले के पीछे अल्पसंख्यक कल्याण विभाग में कई वर्षों तक तैनात रहे आत्रेय राठौर की आत्महत्या के पीछे मुख्य रूप से छात्रवृत्ति में हुए करोड़ों रुपए का खेल बताया जा रहा है।
अखिलेश अग्निहोत्री ने जेएनआई को बताया कि अत्रेय विकास भवन का कर्मचारी था| इस लिये कंडोलेंस की गयी | शनिवार को इस सम्बन्ध में बैठक कर आगे की रणनीति बनायी जायेगी|