फर्रुखाबाद: कोतवली फ़तेहगढ़ क्षेत्र में स्थित सेन्ट्रल जेल के आजीवन कैद की सजा काट रहे बंदी द्वारा संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी लगा लेने से जेल प्रशासन में हडकंप मच गया| मौके पर पंहुची पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया| लेकिन ,मजिस्ट्रेट और जेल चिकित्सक ने फांसी को संदिग्ध बता दिया|सेन्ट्रल जेल में 45 वर्षीय लज्जी पुत्र राधेश्याम निवासी बिल्हौर डकैती के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा था| बीते लगभग एक महीने से अधिक समय से वह जेल के अस्पताल में भर्ती था| बीते गुरुवार को ही वह आस्पताल से बैरक में भेजा गया था| शुक्रवार को लगभग 1 बजे जेल में निर्माणाधीन बैरक के दो मंजिल पर बीम में सरिया में अगौछे से उसकी लाश संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी पर झूलती मिली| घटना की सूचना पर चिकित्सक नीरज ने 1:45 पर पंहुचकर मृत्यु प्रमाण पत्र बनाया|
डॉ० नीरज ने बताया कि लज्जी के एक हाथ में पैरालाइसिस था| जिसका उपचार चल रहा था| घटना के लगभग पांच घंटे के बाद नायब तहसीलदार चुडामणि सेंट्रल जेल चौकी इंचार्ज के साथ जेल पंहुचे और लगभग तीन घंटे के बाद शव को पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिये भेजा गया| नायब तहसीलदार चुडामणि ने बताया कि कैदी की मौत संदिग्ध है| जो जाँच का विषय है|