फर्रुखाबाद: शहर के पांडेश्वर नाथ मंदिर में चल रही भागवत कथा को श्रवण रहे श्रधालुओ से कथा व्यास मनोजानंद ने कहा कि मानव जीवन का कल्याण केबल संतो की संगति और सत्संग से ही है| सत्संग सुनना और उसे जीवन में उतारना ही सत्य है|
कथा का मंगलवार को दूसरा दिन था| जिसमे कथा व्यास ने कहा कि मानव को उसके कार्यो के अनुसार ही शरीर मिलता है| मनुष्य को जो शरीर भगवान ने दिया है उसके लिये देवता भी कामना करते है| यह मानव शरीर हमे मिला है| इस लिये मै प्रभु से आभार प्रकट करता हूँ| उन्होंने कहा कि भागवत पुराण कहता है कि मानव जीवन का कल्याण यदि करना है तो संतो की संगति और भागवत का सार जीवन में उतारो| मंगलवार को मुख्य यजमान के रूप में उमाशंकर गुप्ता व सीमा गुप्ता रही|
इस दौरान श्री राधे सेवा संस्थान के अध्यक्ष अरबिंद दीक्षित, उदय त्रिपाठी, राजेश गुप्ता, शिवाशु गुप्ता रमा शंकर गुप्ता आदि रहे|