फर्रुखाबाद:एआरटीओ कार्यालय में निरीक्षण करने आये लखनऊ के अपर आयुक्त परिवाहन गंगाफल ने कर्मियों की जमकर फटकर लगायी और उन्हें व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश भी दिये| लेकिन बाद में एक फोन आने पर अपर आयुक्त का गुस्सा अर्स से फर्श पर आ गया| उन्होंने कार्यालय में दो लिपिक और नियुक्त करने के आदेश भी दिये|अपर आयुक्त गंगाफल शनिवार शाम को 6 बजे एआरटीओ फतेहगढ़ के कार्यालय पंहुचे| जंहा वह सीधे एआरटीओ की सीट पर ही जा बैठे| बैठते ही उन्होंने कुछ खोजना शुरू कर दिया| लेकिन सफलता ना मिलने पर गुस्से में आ गये और सीधे निरीक्षण करने के लिये कार्यालय में चले गये| उन्होंने सबसे पहले डीबीए पंकज से वार्ता की| डीबीए ने उन्हें बताया कि कक्ष में गर्मी बहुत है| जिस पर उन्होंने पीडीओ कन्हैया लाल से लेखावजट से एसी ठीक कराने के निर्देश दिये|इसके बाद उन्होंने अन्य पटल चेक किये| अपर आयुक्त को पता चला की एआरटीओ ज्ञानप्रकाश बीते 15 दिनों से अवकाश पर है| तो उनका पारा और चढ़ गया | उन्होंने लिपिक बागिश से कहा कि लाइसेंस रेबडी की तरह बांटे जा रहे है| 95 प्रतिशत लाइसेंस अनाड़ीयों को मिल रहे है | लिपिकों ने शिकायत कर कहा कि दलाल कोई काम नही करने देते| अपर आयुक्त ने कहा कि पैसा जादा मांगो के तो दलाल हाबी होंगे ही| उन्होंने बिना टेस्ट किये एलएमबी लाइसेंस जारी ना करने के आदेश दिये| इसके बाद उन्होंने फोन पर एआरटीओ ज्ञान प्रकाश से जल्द ही दो लिपिकों की तैनाती करने के निर्देश फोन पर दिये| इसके साथ ही बुधवार को एकल खिड़की खोलने के आदेश भी जारी किये| इसके बाद वह पुन एआरटीओ की कुर्सी पर बैठे और फिर कुछ तलाशने लगे| बाद में उनके पास एक फोन आया और मेज की चादर के नीचे से एक लिफ़ाफ़ मिला| उसके हाथ में आते ही अपर आयुक्त शांत हुये| लिफाफे की चर्चा उनके जाने के बाद भी होती रही|लिफाफे में क्या था यह चर्चा का विषय रहा|