फर्रुखाबाद: विकास खंड कमालगंज के राजेपुर सराय मेदा में एक ही भवन में खुले कई मदरसों के खिलाफ हुई भ्रष्टाचार की जाँच योगी सरकार बनते ही ठंडे बस्ते से बाहर आने वाली है| शिकायत कर्ता रिटायर्ड मास्टर ऐनुल हसन ने सीएम योगी के दरवार में सपा सरकार के दबाई गयी जाँच का पुलिंदा भेज दिया है| यदि सरकार ने सही से जाँच के करा दी घोटाला लाखो में निकल कर आयेगा|
ज्ञात हो कि कमालगंज के ग्राम सराय मेदा में पैगामे हक मुस्लिम माइनारिटी के तहत चल रहे मदरसो में घोटालो की फेरहिस्त में आरोप लगाये गये थे कि –
आरोप 1. वर्ष 2002 से फर्जी कूट रचित दस्तावेजो के माध्यम से ग्राम पंचायत की भूमि गाटा संख्या 938 पर मात्र कागजो पर ही पैगामे हक मुस्लिम मायनारटी राजेपुर सरायमेदा में सोसायटी से सम्बन्धित लोगो ने जनपद के शिक्षा विभाग से सम्बन्धित अधिकारीयों से अपना ताल-मेल मिलाकर पचासों लाख रूपये की छात्रवृति का गबन किया गया|
आरोप 2.एजुकेशन सोसाइटी से सम्बन्धित मदरसा शिक्षा परिषद यूपी लखनऊ के द्वारा मात्र कागजो पर ही मदरसा जामियां अरबिया यासीनुल उलूम आलिया स्तर पर चलाकर प्रबन्धक ने अपने सगे दो भाईयों एवं सगी एक भाभी कुल तीन लोगो को लगातार मानदेय दिलवाया|
शिकायत कर्ता रिटायर्ड मास्टर व आरटीआई कार्यकर्ता ऐनुल हसन ने इस पर कार्यवाही के लिये तीन दिन तक अनशन भी किया था| जिसके बाद मिडिया के दबाब में अधिकारियों के जांच कर कार्यवाही का भरोसा दिया था| लेकिन तत्कालीन सरकार के दबाब के चलते जाँच ठंडे बस्ते में चली गयी थी| और उन्हें धमकी भी दी गयी| अब सूबे में योगी सरकार आने के बड़ा शिकायत कर्ता ऐनुल हसन ने पुन: एक बार मदरसों में हुये घोटाले की शिकायत सीएम योगी से कर दी है| कागजातों का एक पुलिंदा योगी दरबार में पंहुच गया है|
ऐनुल हसन ने बताया कि वे एक बार फिर भ्रष्टाचार के खिलाफ योगी के सहारे लड़ेंगे चाहे उसके लिये उन्हें आमरण अनशन ही क्यों ना करना पड़े|