फर्रुखाबाद: कैदियों के 6 घंटे चले हंगामे के बाद आखिर शाम होते होते जिला जेल के जेलर डीपी सिंह को शासन ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। इसके साथ ही बन्दी रक्षको को सेन्ट्रल जेल तबादला कर दिया गया है| इसके साथ ही डीआईजी जेल भी मौके पर जांच करने पहुंचे।
हंगामे के दौरान बंदियों ने मोदी और योगी जिंदाबाद के नारे लगाने के साथ ही साथ जेलर डीपी सिंह पर अवैध वसूली करने के गंभीर आरोप लगाये। मामला मीडिया में आने के बाद शासन और सरकार तक पहुंचा। इसके बाद जेलर बीपी सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। वहीं और कई जेल कर्मियों पर संकट के बादल मड़रा रहे हैं। मामला जेल के चिकित्सक डाक्टर नीरज व जेलर डीपी सिंह के द्वारा जेल के कैदी अतुल को अस्पताल से डिस्चार्ज कर बैरंग में शिफ्ट करने का कारण बताया गया है। मामले की खबर मिलते ही डीआईजी जेल राजेन्द्र प्रताप सिंह दोपहर बाद जांच करने के लिए जिला कारागार पहुंचे। उन्होंने बताया कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की जायेगी।
जो दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्यवाही होगी। वहीं कारागार के प्रमुख सचिव एस के सिंह ने बताया कि पूरे मामले में जेलर डीपी सिंह की लापरवाही को देखते हुए उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। वही चार सिपाहियों को का तबादला सेन्ट्रल जेल कर दिया गया है|