फर्रुखाबाद: पूर्वांचल के माफिया मुन्ना बजरंगी को आज दोपहर फतेहगढ़ जेल से कार्डियोलॉजी अस्पताल कानपुर के लिए रिफर किया गया| भारी संख्या में पुलिस बल की मौजूदगी से अस्पताल का माहौल भयपूर्ण हो गया। सीने में दर्द की शिकायत पर बाहुबली अपराधी को यहां लाया गया था। जांच के बाद चिकित्सकों ने हृदयघात की आशंका खारिज कर दिया। डाक्टरों ने दर्द का कारण ब्लड प्रेशर का हाई होना बताया|
भाजपा विधायक कृष्णानंद राय का हत्यारोपी प्रेम प्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना बजरंगी को इस समय फतेहगढ़ जेल में रखा गया है। उसने रविवार को सीने में दर्द की शिकायत की थी जिसके बाद वहां जांच के बाद उसे कार्डियोलॉजी के लिए रेफर किया गया था। यहां उसकी ईसीजी, ईकोकार्डियोग्राम, एक्सरे के बाद ब्लड प्रेशर की जांच की गई। ब्लड प्रेशर अधिक होने पर चिकित्सकों ने एक घंटे बाद फिर से जांच की तो पता चला कि मुन्ना बजरंगी का ब्लड प्रेशर अधिक था। स्वाप आई की जांच में भी हार्ट अटैक की संभावना समाप्त होने पर चिकित्सकों ने उसे ब्लड प्रेशर की दवा लिख वापस कर दिया।
मौके पर कई थानों की फोर्स तैनात
मुन्ना बजरंगी के कार्डियोलॉजी में आने पर किसी प्रकार की अनहोनी से निपटने के लिए जिले के कई थानों की पुलिस मौके पर तैनात दिखी। तैनात फोर्स अस्पताल में आने जाने वालों से लेकर मिलने वालों पर भी नजर जमाये हुई थी।
चुनाव लड़ने की तैयारी
माफिया मुन्ना बजरंगी भी जरायम की दुनिया को पीछे छोड़ विधानसभा व संसद पहुंचने की हसरत मन में पाले हुए है। प्रतिद्वंदी माफिया बृजेश सिंह के चुनाव तैयारी के बारे में पूछने पर कोई जवाब नहीं देने वाले मुन्ना बजरंगी ने पहले तो राजनीति के बारे में चुप रहना मुनासिब समझा लेकिन बाद में उसने बताया कि वह जौनपुर के मड़ियाहूं से निर्दलीय चुनाव लड़ना चाहता है।
बसपा में शामिल होने की बात तो दबे मन से स्वीकार किया लेकिन इस बारे में जवाब बेहद संयत था। राजाभैया व मुख्तार अंसारी के मामले में बसपा के रवैये को जहां ठीक बताया वहीं साफ तौर पर प्रदेश सरकार के खिलाफ कुछ भी नहीं बोला। इसके साथ ही उसने भाजपा विधायक कृष्णानंद राय हत्याकांड में हाथ होने से भी इनकार किया।
मुन्ना ने कहा जेल तो जेल है
जेल में परेशानी के बारे में पूछने पर मुन्ना बजरंगी ने इनकार किया। लेकिन साथ ही उसने यह भी कहा कि भैया जेल तो जेल ही होता है।