दिल्ली: समाजवादी पार्टी के संरक्षक और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की दूसरी पत्नी साधना गुप्ता (यादव) ने समाजवादी पार्टी में हालिया कलह पर आखिरकार अपनी चुप्पी तोड़ी है|
साधना गुप्ता ने कहा, ‘अखिलेश और प्रतीक मेरी दो आंखें हैं… अगर एक को कुछ होता है तो दुख होता है ना… मेरी रोज बात होती है मुख्यमंत्री (अखिलेश) से… किस घर में ये नहीं होता है… आपके घर में नहीं होता है क्या?’यूपी विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण में वोटिंग के दौरान मीडया से खास बातचीत में साधना गुप्ता ने कहा कि वे अब भी अखिलेश के बेहद करीब हैं. वह अक्सर अखिलेश से बात करती रहती हैं|
कौन हैं साधना गुप्ता?
कहा जाता है कि मुलायम सिंह यादव जब राजनीति के शिखर पर थे उस वक्त उनकी जिंदगी में साधना गुप्ता का आगमन हुआ. 1982 में जब मुलायम लोकदल के अध्यक्ष बने, उस वक्त साधना पार्टी में एक कार्यकर्ता की हैसियत से काम कर रही थीं. बेहद खूबसूरत साधना पर जब मुलायम की नजर पड़ी तो वे भी बस उन्हें देखते ही रह गए|
2003 में अखिलेश की मां मालती देवी की बीमारी से निधन हो गया और बाद में साधना गुप्ता पूरी तरह मुलायम की जिंदगी में आ गई. इसी बीच अखिलेश के विरोध को नजरअंदाज करते हुए मुलायम ने अपने खिलाफ चल रहे आय से अधिक संपत्ति से संबंधित मुकदमे में सुप्रीम कोर्ट में एक शपथपत्र दिया, जिसमें उन्होंने साधना गुप्ता को पत्नी और प्रतीक को बेटे के रूप में स्वीकार कर लिया|