फर्रुखाबाद:(जहानगंज) जनपद में वैसे तो आंगनबाड़ी केन्द्रों का हाल किसी से छिपा नहीं है। लेकिन जब मामला विभाग के ही लोगों द्वारा खुलासा किया गया तो उसका नजारा कुछ और ही था। यह कहानी कमालगंज ब्लाक के ही एक ग्राम की कार्यकत्री की है।
कार्यकत्री नाम न छापने की शर्त पर जेएनआई को अपनी आपबीती सुनाती हुई कहती हैं कि उनसे प्रतिमाह सुपरवाइजर द्वारा पहले ही 800 रुपये ले लिये जाते, जोकि उन्हें अपनी जेब से देने होते है। इसके अलावा बोरियां केन्द्र तक ले जाने के लिए किराया भी उन्हें जेब से ही भरना पड़ रहा है। जिसके बाद उन्हें 18 बोरी पंजीरी विभाग द्वारा दी जाती है। वहीं पंजीरी बच्चों को बांटने के अलावा 200 रुपये प्रति बोरी के हिसाब से जरूरतमंद लोगों को बेच दी जाती है। उन्होंने बताया कि उनके यहां 60 बच्चे अंकित है। वहीं हाट कुक के बारे में पूछे जाने पर बताया कि हाट कुक के लिए विभाग द्वारा उन्हें कोई पैसा नहीं दिया जा रहा तो वह बनवायें कहां से।