फर्रुखाबाद(कमालगंज): कमालगंज में अपनी चुनावी सभा को सम्बोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने बीजेपी व सपा को आड़े हाथों लिया। एक तरफ उन्होंने प्रदेश में सपा के गुन्डाराज का बखान किया तो वहीं दूसरी तरफ बीजेपी के नोटबंदी को भी नहीं बख्सा। यहां तक कि उन्होंने मीडिया पर भी कटाक्ष करने से नहीं छोड़ा, उन्होंने कहा कि वे लोग मैनेज की गयी मीडिया की खबरों से सावधान रहें। यदि सावधानी न बरती तो भारतीय जनता पार्टी या सपा प्रदेश की सत्ता में आ सकती है। वहीं उन्होंने नोटबंदी के द्वारा बड़े पूंजीपतियों को पहले ही बताने व उन्हें लाभ पहुंचाने की भी बात कही। उन्होंने कहा कि जो खुद तो शीशे के घरों में रहते हैं मगर दूसरों के घरों में पत्थर मारना नहीं भूलते। उन्होंने कहा कि इन्ही गलत नीतियों के कारण बीजेपी अपने मुख्यमंत्री का चेहरा नहीं दिखा पायी।
बसपा सुप्रीमों एवं पूर्व मुख्यमंत्री ने कमालगंज मैदान में मौजूद भीड़ को सम्बोधित करते हुए कहा कि लाखों की संख्या में उपस्थित इस अपार भीड़ देखकर पूर्ण भरोसा हो गया है कि आप लोग चुनाव में हर प्रकार से अपने फर्रुखाबाद तथा कन्नौज जिले की सभी विधानसभा सीटों से प्रत्याशी जिताकर बीएसपी की सरकार बनायेंगे और बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर का सपना पूरा करेंगे।
उन्होंने कहा कि इसके लिए आप लोगों को इस चुनाव में सत्ता में कांग्रेस, सपा गंठबंधन, बीजेपी आदि को वोट न देकर मात्र हितैषी पार्टी बहुजन समाज पार्टी को वोट दें। इन विरोधी पाटियों के बारे में आप लोगों को मालूम है कि उत्तर प्रदेश में सपा के पांच वर्ष एवं केन्द्र में बीजेपी के तीन वर्षों के कार्यकाल में गरीब, पिछड़े, अल्पसंख्य, किसान आदि विरोधी नीतियों के कारण प्रदेश की लगभग 22 करोड़ जनता में जनाक्रोष व्याप्त है। ऐसे हालात में बीजेपी अपने मुख्यमंत्री का चेहरा नहीं दिखा पायी।
उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि अपने आपको सेक्युलर कहने वाले कांग्रेस पार्टी सपा से गंठबंधन कर चुकी है। आजादी के बाद उत्तर प्रदेश में 37 वर्षों तक तथा केन्द्र में 54 वर्षों तक अकेले राज्य किया। गलत कार्यशैली के बजह से केन्द्र व राज्यों की सत्ता से कांग्रेस बाहर हो गयी।
उन्होंने कहा कि वर्तमान सपा सरकार में अराजकता, सम्प्रदायिकता व्याप्त रही है। पूरे प्रदेश में चोरी, लूट, हत्या, अपहरण, महिला उत्पीड़न, अवैध कब्जे, सम्प्रदायिक दंगे चरमसीमा पर लगातार जारी है। वहीं उन्होंने बीजेपी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि मुजफ्फर नगर सहित 500 छोटे बड़े दंगे, मथुरा में जमीन अवैध कब्जे को लेकर खूनी संघर्ष हुआ। प्रदेश में अधिकांश बड़े कार्यों की शुरूआत बीएसपी में कर दी गयी थी। वर्तमान सपा सरकार ने बहुत चालाकी से नाम बदलकर उन्हीं कार्यो को दोहरया। सपा सरकार में प्रदेश के गरीबों, मजदूरों, कर्मचारियों, वकीलों, युवाओं, महिलाओं, बुजुर्गों की भी हालत खराब बनी रही। जिसके लिए वर्तमान भाजपा सरकार भी बराबर की जिम्मेदार है। जिसे जबर्दस्त नुकसान भी उठाना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि सपा नेता मुलायम सिंह यादव ने पुत्र मोह में अपने भाई शिवपाल सिंह यादव को अपमानित किया है। वह अंदर अंदर जरूर नुकसान पहुंचायेंगे। वह एक दूसरे के उम्मीदवारों को हराने की भी कोशिश करेंगे। उन्होंने अल्पसख्ंयक समाज के लिए कहा कि अल्पसंख्यक समाज के लोग सपा के उम्मीदवारों को यदि वोट देते है तो उसका सीधा फायदा बीजेपी को होगा।
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि मोदी जी ने सन 2014 में उत्तर प्रदेश व पूरे देश की जनता में कल्याण के लिए जो अनेक चुनावी वादे किये थे। जिसमें गरीबों, किसानों के लिए केन्द्र में बीजेपी की सरकार बनने पर विदेशों से सभी काला धन वापस लाकर सभी गरीब परिवारों को 15 से 20 लाख रुपये दिये जायेंगे। किसानों का सभी कर्जा माफ कर दिया जायेगा। जिसे अब यह लोग इस चुनाव में फिर से भुनाने में लगे हैं। दोनो चुनावी वायदे अन्य वायदों की तरह हवा हवाई रह गये।
बीजेपी ने पूरे देश में अचानक 500 व 1000 के नोट पर पाबंदी लगाने का फैसला ले लिया। 90 प्रतिशत गरीब, किसान व मध्यम वर्गीय उभर नहीं पा रहे। पूरे देश में करोड़ों लोग बेरोजगार भी हो चुके। यह भी आम चर्चा है कि बीजेपी प्रधानमंत्री ने अपने फैसले के पहले ही 10 महीनों के अंदर अपनी पार्टी, अपने चेहते पूंजीपतियों का कालाधन ठिकाने लगवा दिया था। जिसका अभी तक खुलासा नहीं किया गया। आज तक इन्होंने यह भी नहीं बताया कि देश में नोटबंदी करने के बाद इन तीन महीनों के अंदर कितना काला धन इकट्ठा किया गया कितने लोगों को सजा दी गयी। बीजेपी ने नोटबंदी का फैसला अपने राजनैतिक स्वार्थ में किया।
मोदी जी ने केवल देश में अपने चहते बड़े बड़े पूंजीपतियों व धन्नासेठों को कई गुना माला माल व धनवान बना दिया। उत्तर प्रदेश में भी सत्ता में आने के सपने देख रहे है। जातिवादी मानसिकता के चलते देश के दलितों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों का शोषण किया है।