प्यार में अंधे एक युवक ने शादी के पहले स्टॉम्प पेपर पर लिखित रूप में शर्ते स्वीकार कर लीं. शादी के बाद पत्नी ने शर्त के अनुसार शाम सात बजे के बाद आने पर उसे घर में नहीं घुसने दिया गया तो युवक ने पुलिस को फोन करके आत्महत्या की धमकी दे डाली. मामला राजधानी भोपाल के हबीबगंज थाने का है.
कोलार निवासी आशीष श्रीवास्तव (परिवर्तित नाम) ने हबीबगंज थाने के सीएसपी राजेश सिंह भदौरिया को फोन पर धमकी देते हुए कहा उसकी पत्नी उसे घर में घुसने नहीं दे रही है और वो पिछले दो दिनों से रेलवे स्टेशन पर सो रहा है.
यदि उन्होंने उसके मामले में हस्तक्षेप नहीं किया तो वो आत्महत्या कर लेगा. सीएसपी राजेश सिंह भदौरिया ने उसे सांत्वना देते हुए हबीबगंज थाने के परामर्श केंद्र पर पत्नी के साथ बुलाया.
जब दोनों की कांउसलिंग की तो पता चला आशीष और सुरभि (परिवर्तित नाम) ने वर्ष 2007 में लव मैरिज की थी. अफेयर के दौरान सुरभि ने कुछ शर्ते स्टॉम्प पेपर में लिखकर दी थीं और उन पर दस्तखत करने को कहा था. आशीष ने काउंसलर को बताया कि सुरभि से शादी करने के लिए उसने स्टॉम्प पेपर पर दस्तखत कर दिए. उसे नहीं मालूम था कि शर्ते इतनी महंगी पड़ेगी.
सुरभि ने स्टांप पेपर पर लिखी शर्तो पर अमल करना शुरु कर दिया. सुरभि ने काउंसलर को बताया कि मैं भी आशीष से प्यार करती हूं पर उस पर मुझे भरोसा नहीं था कि वह जो कह रहा है उसे पूरा करेगा. यही सोचकर मैंने स्टॉम्प पेपर पर दस्तखत करवाए थे.
निकाल दिया घर से
आशीष ने बताया कि वह मल्टी नेशनल कंपनी में काम करता है और कई बार लेट हो जाता है तो सुरभि उसे घर में घुसने नहीं देती है. पिछले डेढ़ साल में कई बार वह प्लेटफार्म पर सोया है. यही नहीं वह घर वापस लौटने पर तुरंत मुंह सूंघ कर देखती है कि कहीं मैंने शराब तो नहीं पी. उसने बताया कि एक दिन तो सुरभि ने शक के आधार पर कि मैंने शराब पी है उसने पैथालॉजी ले जाकर ब्लड टेस्ट कराया. अल्कोहल की मात्रा चेक कराने हबीबगंज पुलिस पर भी दबाव बनाया.
सुरभि ने काउंसलर को बताया कि आशीष ने तीन साल में आठ बार शराब पी और उससे नहीं पूछा, जबकि आशीष ने बताया कि उसने कुल पांच बार शराब पी वो भी बताकर.
समझौता हुआ
कविता मौर्या और दिशा जैन ने काउंसलिंग के बाद दोनों के बीच लिखित समझौता कराया. इसमें सुरभि को आशीष पर शक न करने, सात बजे के बाद घर के अंदर आने देने और बिना वजह दबाव न बनाने की समझाइश दी. इसके अलावा आशीष का अलग से अकाउंट भी खुलवाया गया,ताकि उसे आर्थिक स्वतंत्रता मिल सके. आशीष को सुरभि के साथ मिलजुल कर काम करने की समझाइश दी गई. दोनों ने लिखित रूप से स्वीकार किया वे अब आपस में झगड़ा नहीं करेंगे.
थाने में एक प्रकरण आया था जिसमें एक युवक ने पत्नी की हरकतों से तंग आकर आत्महत्या करने की धमकी दी थी. युवक ने लव मैरिज की थी और उसने शादी के पहले स्टॉम्प पेपर पर शर्तो को लिखित रुप में स्वीकार किया था. वर्तमान में उन्हीं शर्तो की वजह से आपस में झगड़ा हो रहा है. दोनों की काउंसलिंग करवाकर समझौता कर दिया गया है.-राजेश सिंह भदौरिया,सीएसपी,हबीबगंज थाना
क्या थीं शादी की शर्ते
एक समय का खाना मैं बनाऊंगी और एक समय तुम.शाम को सात बजे के पहले घर आ जाओगे नहीं तो बाहर सोओगे.रात को नौ बजे के बाद घर में टीवी नहीं चलेगा.पे अकाउंट में मेरे साथ संयुक्त रुप से होगा.घर खर्च में पहले तुम्हारे रुपयों का उपयोग होगा.जो मकान खरीदोगे उसकी रजिस्ट्री मेरे नाम पर होगी.मोबाइल पर तुरंत बात करोगे, टालोगे नहीं.शराब पूछ कर पीओगे.मां से मिलने नहीं जाओगे.