लखनऊ: उत्तर प्रदेश के समाजवादी कुनबे में चल रही कलह के खत्म होने की उम्मीदों को झटका लगा है। सूत्रों के मुताबिक मुलायम सिंह यादव ने अखिलेश यादव की अमर सिंह और शिवपाल यादव को हटाने की मांग को मानने से इनकार कर दिया है। बता दें कि अखिलेश चाहते हैं कि अगले तीन महीने वह राष्ट्रीय अध्यक्ष बने रहें, शिवपाल अध्यक्ष पद छोड़ें जबकि अमर सिंह पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दें।
चुनाव आयोग पहुंचेंगे राम गोपाल
वहीं, दिल्ली में राम गोपाल यादव आज विधायकों और नेताओं के समर्थन का हमलफनामा चुनाव आयोग को सौपेंगे। लखनऊ से सारे हलफनामे दोपहर दो बजे के करीब दिल्ली पहुंचेंगे, जिसके बाद राम गोपाल 3 बजे के आस-पास हलफनामे चुनाव आयोग में जमा कराएंगे। अखिलेश के समर्थन में 229 विधायकों में से 212 विधायकों ने हलफनामा दिया है जबकि पार्टी के 68 एमएलसी में से 56 ने अखिलेश के समर्थन में हलफनामा दिया है। इसके अलावा पार्टी के तकरीबन 5000 प्रतिनिधियों ने अखिलेश के समर्थन में हलफनामा दिया है।
शिवपाल से नहीं मिले अखिलेश
शुक्रवार सुबह शिवपाल खुद अखिलेश से मिलने गए थे, लेकिन अखिलेश ने उनसे मिलने से इनकार कर दिया यानि अखिलेश किसी भी हालात में झुकने को तैयार नहीं है। बता दें कि लंबे समय से शिवपाल और अखिलेश में मनमुटाव की स्थित बनी हुई।
अखिलेश-मुलायम में सुलह का ये था फॉर्मूला
गुरुवार देर रात मुलायम और अखिलेश के बीच सुलह का एक फॉर्मूला तय हुआ था। इस फैसले के अनुसार चुनाव के बाद मुलायम राष्ट्रीय अध्यक्ष बनेंगे फिलहाल वह सिर्फ संरक्षक ही बने रहेंगे। टिकट बंटवारे का अधिकार अखिलेश के पास होगा। शिवपाल यादव प्रदेश अध्यक्ष पद छोड़ेंगे। शिवपाल के टिकट का फैसला अखिलेश करेंगे। अमर सिंह पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा देंगे। मुलायम सिंह चुनाव आयोग से अपील वापस लेंगे। एक जनवरी के अधिवेशन को मुलायम वैध मानेंगे।