नई दिल्ली:उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनावों से पहले महागठबंधन की तैयारी हो रही है। सूत्रों के मुताबिक समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और आरएलडी में महागठबंधन की संभावना बन रही है। बताया जा रहा है कि तीनों दलों में आपस में बातचीत चल रही है, जिसके बाद महागठबंधन की सहमति बनने के आसार बनते दिख रहे हैं। हालांकि सीटों पर अभी तक सहमति बनती नहीं दिख रही है।
समाजवादी पार्टी 2012 में जीती गई सभी सीटों पर लड़ना चाहती है साथ ही कुछ और सीटों पर भी दावा कर रही है। कांग्रेस ने 150 सीटें मांगी हैं जिसके लिए समाजवादी पार्टी तैयार नहीं है। सूत्रों का कहना है कि समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस को कहा है कि वो अजीत सिंह से बात करे और ये सहमति बनाए कि कांग्रेस और आरएलडी 100 सीटें आपस में बांट लें। वहीं, अजीत सिंह के करीबी सूत्रों के मुताबिक उनकी 5 दिसंबर के बाद सपा के किसी नेता से कोई बात नहीं हुई है। अजीत सिंह खेमे का दावा है कि अब तक कांग्रेस के साथ कोई चर्चा नहीं हुई है।
उधर, लखनऊ में आज शिवपाल सिंह और अमर सिंह की मुलाकात हुई। मुलाकात के बाद अमर सिंह ने बस इतना ही कहा, मैं पार्टी का महासचिव हूं,शिवपाल जी प्रदेश अध्यक्ष हैं, शिवपाल जी से मिलने आया था। गठबंधन का मामला है, मैं छोटा नेता हूं। वहीं लखनऊ में ही 5 कालीदास मार्ग स्थित आवास पर सीएम अखिलेश यादव ने विधायकों, सपा पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। अखिलेश ने चुनाव के मद्देनजर इन्हें जीत के टिप्स दिए, साथ ही क्षेत्र में काम का प्रचार करने को भी कहा। दरअसल, यूपी में महागठबंधन की अटकलें लंबे समय से गर्म हैं। इसके पीछे वजह ये है कि सत्तारूढ़ सपा को ऐसा लगता है कि प्रदेश में बीजेपी का कद बढ़ रहा है और उसे रोकना है तो महागठबंधन ही एकमात्र विकल्प हो सकता है। साथ ही सपा मुस्लिम मतदाताओं को बीएसपी में जाने से रोकना चाहती है।